2008 में शुरू हुई इंडियन प्रीमियर लीग ने क्रिकेट को पूरी तरह से बदल कर रख दिया। उसने वह मुकाम का हासिल कर दिखाया। जिसकी कल्पना भी करना मुश्किल था। क्रिकेट का खेल केवल कुछ सिमित देशो के बीच ही खेल जाता है यह अन्य खेल, जैसे फुटबॉल या बास्केटबॉल की तरह नहीं है जिसे हर देश खेलते हो, मगर आज क्रिकेट का छोटा फॉर्मेट यानी टी 20 फॉर्मेट जिसे कई बार फटाफट खेल भी कहा जाता है वह हर देश में लोकप्रिय हो रहा है। इसका मुख्य कारण आईपीएल ही है जिसने क्रिकेट के खेल को नई उच्चाइयों तक पहुंचाया। हर मैच की ब्रॉडकास्टिंग फीस को देखें, तो आईपीएल दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी स्पोर्ट्स लीग है।
आईपीएल ने एक और बड़ा कारनामा किया है। इसकी ब्रांड वैल्यू में साल 2020 के बाद से 75 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। यह बढ़कर 90 हजार करोड़ रुपए के पार पहुंच गई है। पिछले साल इस लीग में दो नई टीमों को जोड़ा गया था। जिससे बीसीसीआई को काफी फ़ायदा हुआ था और ओवरआल मैचों की संख्या भी 74 से बढ़कर 94 की दी गयी थी। इसके अलावा 2023 से 2027 तक के मीडिया राइट्स भी काफी महंगे बिके थे। डी एंड पी एडवायजरी की रिपोर्ट के अनुसार, आईपीएल 2022 की वैल्यू बढ़कर 11 बिलियन डॉलर हो गई है। महज 15 सालो में ही आईपीएल ने डेकाकॉर्न (Decacorn) बन गया। 10 बिलियन डालर के मूल्यांकन को पार करने वाले को बिज़नेस की भाषा में यह कहा जाता है।
मीडिया राइट्स ने आईपीएल के डेकाकॉर्न बनने में सबसे बड़ा रोल अदा किया है। साल 2020 तक आईपीएल का मूल्य लगभग 6.2 बिलियन डॉलर था मगर 2023 से 2027 तक के लिए आईपीएल का नया मीडिया राइट्स ने इसको लगभग डबल कर दिया है। आईपीएल के टीवी प्रसारण अधिकारों को डिज्नी स्टार ने 23,575 करोड़ की राशि में खरीदा वही वायकॉम18 ने 23,758 करोड़ के डिजिटल राइट्स खरीदा है। ऐसा पहला मौका है जब टीवी और डिजटल राइट्स अलग अलग कंपनी ने खरीदे हो। इससे पहले यह दोनों अधिकार डिज्नी स्टार के ही पास ही थे। इससे पहले 2022 आईपीएल सीजन में दो नई टीमों (गुजरात टाइंस, लखनऊ सुपर जायंट्स ) को जोड़ते हुए कुल 1.6 बिलियन डॉलर की बोली लगी थी। इन सभी कारणों की वजह से आईपीएल की वैल्यूएशन में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है इसका फ़ायदा 23 दिसंबर को कोच्चि में आईपीएल 2023 की मिनी नीलामी को भी मिलेगा। इसमें भी लगभग 200 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी।