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जीविका उद्यमियों को अब 5 लाख एक्स्ट्रा देगी बिहार सरकार, CM बोले- अच्छा काम कर रहीं जीविका दीदीयां

Bihari News

जीविका दीदी अब उधमी बन गयी हैं. बिहार सरकार के द्वारा इन्हें आगे बढ़ाने के लिए 15 लाख रुपये तक की ऋण भी दी जा रही हैं. बीते दिन शनिवार को मुजफ्फरपुर के बेला ओद्योगिक क्षेत्र में लेदर पार्क का निरीक्षण करने के दौरान कहा कि बिहार में महिला उद्यमियों को बिहार सरकार की तरफ से हर संभव मददत की जाएगी. इसके साथ ही उद्यमियों को यूनिट के लिए प्रतिमाह लगने वाले एक हजार रुपये किराया भी माफ़ करने का निर्देश दिया गया हैं. नीतीश कुमार ने इस दौरान महिला उद्यमियों से बातचीत की और पूरी जानकारी हासिल की.

बता दे कि इस सब के दौरान नीतीश कुमार ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि महिला उद्यमियों को सरकार की हर योजना का लाभ सुलभता से मिल सकें , इसे सुनिश्चत किया जाये. इसके बाद उन्होंने मोतीपुर में निर्माणाधीन इथेनॉल प्लांट का भी जायजा लिया. महिला उद्यमियों से संवाद के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम लोगों ने जीविका समूह का निर्माण कराया और 2006 में मुजफ्फरपुर में ही पहली बार जीविका दीदियों से मिलने आए थे. जीविका दीदियां काफी बढ़िया काम कर रही हैं. दस लाख से अधिक स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया है. मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के अंतर्गत महिला उद्यमियों को भी दस लाख रुपये तक की सहायता दी जा रही है. इसमें से पांच लाख रुपये का अनुदान तथा पांच लाख रुपये ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराए जा रहे हैं. इससे महिलाओं को रोजगार में बढ़ावा मिलेगा और उनकी आमदनी बढ़ेगी. सीएम नीतीश ने कहा कि हम लोग चाहते हैं सभी लोगों को रोजगार मिले.

बिहार सरकार की ओर से 40 जीविका दीदियों का चयन किया गया है जिन्हें प्रशिक्षित कराकर लेदर कलस्टर से जोड़ा गया है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के अंतर्गत उन्हें 10 लाख रुपये की सहायता दी जा रही है. मशीन लगाए गए हैं, यहां हर प्रकार की सुविधा दी गई है, ताकि उत्पादन कार्य बेहतर ढंग से हो सके। यहां काम बढ़ेगा तो लोगों को बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. हमारा शुरू से प्रयास रहा है कि बिहार विकसित बने। इसके लिए लगातार काम कर रहे हैं.

मुख्यमंत्री ने उद्योग के प्रति महिलाओं के उत्साह को सराहा। महिलाओं ने उद्यमी बनने की अपनी कहानी सीएम नीतीश से साझा की. सीएम ने गुड्स पार्क में कार्यरत महिलाओं के बच्चों की शिक्षा के लिए पास में ही प्ले स्कूल खोलने का निर्देश पदाधिकारियों को दिया. जहां दीदी अपने साथ अपने बाचों को लेकर आएगी. वह काम करेंगी और बच्चे प्ले स्कूल में पढेंगे. मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों से कहा कि महिलाओं की मांग पर शराबबंदी लागू की गई है. शराबबंदी का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से हो, इसको लेकर जीवीका दीदियां सक्रिय रहें और लगातार समाज सुधार अभियान चलाते रहें. इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ उद्योग मंत्री समीर महासेठ, संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, उद्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पौंड्रिक समेत विभाग के अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.

जानकारी के लिए बता दे कि बेला स्थित लेदर क्लस्टर यूनिट की मालिक जीविका दीदी बनेंगी. इसके पहले चरण में करीब 1500 जीविका दीदी को रोजगार मिल पायेगा. उसके बाद समय के साथ इसका दायरा भी बढ़ता जायेगा. समस्तीपुर से आई जीविका दीदी के द्वारा दी गयी जानकारी में यह बताया गया है कि इसके एक यूनिट में 36 उद्यमियों को रोजगार मिलेगा. वहीं वो दीदियां जिन्हें प्रशिक्षण दिया गया है वे मशीन पर रहेंगी. इसके साथ ही दो मशीने पर मददत के लिए एक सहयोगी दीदी रहेगी. इस तरह एक यूनिट में 24 मशीनों को लगाया जायेगा. जिसमें एक मशीने से 16 बैग को तैयार किया जा सकेगा. इस तरह प्रति यूनिट 384 बैग एक दिन में बनकर तैयार किये जायेंगे. एक बैग के निर्माण में दीदी को 25 रुपये दिए जायेंगे. इस तरह अगर उनकी कमाई देखे तो, प्रतिदिन उनकी कमाई 400 रुपये होगी. वहीं सहायता करने वाली दी को प्रति बैग 8 रुपये दिए जायेंगे. जिसके बाद 32 बैग के उन्हें भी 256 रुपये प्रतिदिन दिए जायेंगे.

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