नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने के बाद मंत्री और अधिकारियों के बीच में तल्खी की खबर कोई नई बात नहीं है. जब नीतीश कुमार बीजेपी के साथ सत्ता के साझेदार थे तब भी इस तरह की खबरें सामने आती रही है अब जब नीतीश कुमार महागठबंधन के साथ हैं तो यहां भी इस तरह की खबरें सामने आ रही है. ताजा मामला बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का है. जहां शिक्षा विभाग के ACS केके पाठक और शिक्षा मंत्री के बीच में तनातनी की स्थिति बनी हुई है. एक तरफ जहां चंद्रशेखर केके पाठक के निलंबन की मांग की जा रही है. इस पूरे प्रकरण को लेकर सीएम नीतीश कुमार को बीच में आना पड़ा और उन्होंने दोनों को बुलाकर इस पूरे मामले को सुलटाने को कहा है.

हालांकि इस पूरे प्रकरण पर सबसे बड़ा बयान जो सामने आया वह था राजद के विधानपार्षद और लालू परिवार के काफी करीबी सुनील सिंह का उन्होंने अपने बयान में साफ साफ कहा है कि कई राज्यों के मुख्यमंत्री केके पाठक जैसे 5-7 अफसरों से मंत्रियों को साधते हैं. और शायद ऐसा ही कुछ शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के साथ हो रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि एक समय मेरे पीछे भी IAS अधिकारी सीके अनिल को लगा दिया गया था. हालांकि वो बाद में मेरे दोस्त बन गए थे. उन्होंने केके पाठक की तारीफ में कहा कि वे बहुत ईमानदार अधिकारी हैं, मुख्यमं6ी उनको अपना प्रधान सचिव नियुक्त कर दें, इससे बिहाक का विकास हो जाएगा. पहले भी मध्य निषेध विभाग के प्रधान सचिव रहने के दौरान केके पाठक ने नालंदा में एक व्यक्ति पर कार्रवाई की थी. तब उन्हें सरकार ने दूसरी जगह ट्रांसफर कर दिया था. केके पाठक की ईमानदारी और कर्त्वयपालन की मैंने पहले भी की बार सराहना की है. हालांकि उन्होंने शिक्षा मंत्री और केके पाठक के बीच के पूरे प्रकरण को लेकर कुछ भी कहने से मना कर दिया.

इस पूरे प्रकरण को लेकर यह भी कहा जा रहा है शिक्षा मंत्री के इस रवैये कारण सीएम नीतीश खुद नाराज हैं. यह पहली बार नहीं है इससे पहले भी रामचरित मानस वाले प्रकरण को लेकर उन्होने चंद्रशेखर को बोलने से मना किया था. धार्मिक आस्था पर बोलने से मना किया था लेकिन चंद्रशेखर ने तनीक भी परहेज किये अपना बोलते रहे हैं. एक बार कैबिनेट की बैठक में भी चंद्रशेखर को नीतीश कुमार ने मना किया था उसके बाद भी कहा माने. खैर अब ताजा मामला जब सामने आया तो यह प्रकरण लालू यादव के पास भी पहुंचा चंद्रशेखर लालू यादव से मिलने पहुंचे उसके बाद नीतीश कुमार ने इन दोनों को अपने पास बुलाया था. जहां इन दोनों को विवाद समाप्त करने को कहा गया.

ऐसे में अब उम्मीद की जा रही है कि आने वाले कुछ दिनों में बिहार कैबिनेट में विस्तार होना है. इस विस्तार में इस बात की चर्चा तेज है कि चंद्रशेखर का पद छिना भी जा सकता है या फिर उसमें बदलाव किया जा सकता है. इन दिनों तेजस्वी यादव बिहार में नहीं है बिहार आने के बाद मंत्रीमंडल में विस्तार किया जा सकता है. जिसमें चंद्रशेखर के मंत्री पद में विस्तार या पद छिने जाने की बात कही जा रही है.

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *