आज हम बात करेंगे 2024 लोकसभा चुनाव में मुस्लिम वोटरों के लिए बीजेपी के रणनीति के बारे में. चुनाव होने में अब लगभग एक साल तक का समय हीं रह गया है. चुनावी पार्टियों के नजरिये से देखे तो अब लोकसभा चुनाव होने में अधिक समय नहीं रहे. ऐसे में सभी पार्टियाँ अपनेअपने अनुसार इसकी तैयारियों में जुट चुकी है. बीजेपी भी इस दौड़ में पीछे नहीं. दरअसल बीजेपी द्वारा मुस्लिम मतदाताओं को अपनी तरफ खींचने के लिए योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ने की कवायदें शुरू की जा चुकी हैं. ताकि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी अपनी जीत सुनिश्चित कर सके. इस बात का अंदाजा इस मोदी मित्रवाले बात से लगाया जा सकता है. दरअसल अपनेअपने जिलों में मुस्लिम वोटरों को जोड़ने के लिए पार्टी मोदी मित्र बनाएगी. ये पांच हजार मोदी मित्र देश के 65 मुस्लिम बहुल जिलों में बनाये जायेंगे. इन मुस्लिम बहुल जिलों में पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश के 13-13 जिले, इसके अलावे असम, बिहार और केरल के कई जिलों को इसमें शामिल किया गया है. मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश में इसे लेकर सहारनपुर, मेरठ, आजमगढ़ और रामपुर में कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाना है. यदि बिहार में देखे तो यहाँ सिमांचल के क्षेत्र अररिया, किशनगंज और कटिहार जैसे लोकसभा क्षेत्रों में इन कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा. एक साल तक चलने वाली यह योजना 25 अप्रैल से शुरू की जाएगी. वहीँ सूफी संवाद महाभियानकी शुरुआत पार्टी द्वारा 15 मार्च से हीं शुरू की जा चुकी है. इसके नाम से हीं इसके उद्देश्य का अंदाजा लगाया जा सकता है की बीजेपी से सूफी समुदाय के लोगों को जोड़ना हीं इसका उद्देश्य है.

पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रमुख जमाल सिद्दीकी हैं. सिद्दीकी द्वारा कहा गया है की लगभग नॉन पोलिटिकल 150 लोगों का दल सूफीवाद से जुड़े लोगों का बनाया गया है. एक बड़ी सभा को संबोधित करने के साथ हीं इस अभियान का समापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जायेगा. पार्टी द्वारा अपने इस योजना और चलाये जाने वाले अभियानों से उम्मीद लगाईं जा रही है की हर वर्ग के लोगों का जुड़ाव ऐसे में हो सकेगा.

अभी कुछ दिनों पहले हीं नरेन्द्र मोदी को दाउदी बोहरा समुदाय के बीच एक कार्यक्रम में शिरकत करते देखा गया था. जहां उन्होंने खुद को उनके परिवार का हीं एक सदस्य बताया था. समाज के हर वर्ग को पार्टी से जोड़ने की बात भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रिय कार्यकारिणी की एक बैठक में कही गयी थी. साथ हीं उन्होंने पसमांदा, बोहरा, मुस्लिम पेशेवरों और शिक्षित मुसलामानों तक पहुँचने की बात भी पार्टी के लिए काम कर रहे लोगों को कही थी.

जमाल सिद्दकी जिनकी चर्चा हमने पहले भी की थी उनके अनुसार “प्रधानमंत्री मोदी के कल्याणकारी विकास कार्यों के कारण समाज के सभी वर्गों में उनके प्रति आकर्षण बढ़ रहा है. मुस्लिम समुदाय भी इससे अछूता नहीं है. यूपी के रामपुर जैसे मुस्लिम बहुल लोकसभा क्षेत्रों में बीजेपी को मिली जीत यह सुनिश्चित करती है कि मुस्लिम मतदाताओं में अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के प्रति सोच में बदलाव आ रहा है.”

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *