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जब गुस्से से लाल बॉलर ने लात से उड़ा दिया था स्टंप्स, अवॉर्ड लेने से कर दिया था मना

Bihari News

क्रिकेट के बारे में यह कहा जाता है कि आखिरी गेंद तक चलने वाला यह गेम है लेकिन इस आखिरी गेंद तक चलने वाले इस गेम में कई बार इस तरह की घटनाएं हो जाती है जिसे देखकर दर्शक से लेकर क्रिकेट प्रेमी हैरान रह जाते हैं. हालही में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसके बाद क्रिकेट प्रेमी से लेकर मीडिया जगत में इस बात की चर्चा हो रही है. दरअसल यह घटना है भारत और बांग्लादेश के बीच में खेले जा रहे तीन वनडे सीरीज की जिसमें दोनों ही टीमें एक एक मैच जीतकर तीसरा मुकाबला खेलरही थी. ऐसे में दोनों ही टीमों को ट्रॉफी जीतना था. लेकिन इस वनडे मुकाबले में कुछ ऐसी घटना हुई जिसके चलते भारतीय टीम कि कप्तान हरमनप्रीत कौर की आलोचना हो रही है. इस मैच में हरमनप्रीम कौर अपने आउट के डिसिजन से खुश नहीं है. मैदान से बाहर जाते समय उन्होने न सिर्फ बल्ले स्टंप पर मारा बल्कि पवेलियन लौटते समय अंपायर से भी कुछ कहा. उसके बाद दर्शकों की ओर भी कुछ इशारा किया और प्रेंजेंटेशन सेरेमनी में भी अंपायर पर निशाना साधा जिसमें उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के अगले दौरे पर हमें इस अंपायरिंग के लिए भी तैयार होकर आना होगा. हालांकि हरमनप्रीत को इस गलती के लिए BCCI ने इनके मैच फिस में कटौती की है. आगे कुछ मैचों के प्रतिबंध लगाने की भी बात कही जा रही है.

हरमनप्रीत कौर का मसला यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी इस तरह की घटनाएं हुई है जिसमें खिलाड़ी ने विकेट पर लातमारकर गिरा दिया था इतना ही नहीं विवाद इतना बढ़ गया था कि प्रेंजेशन सेरेमनी में खिलाड़ी अवार्ड लेने तक नहीं आए थे. दरअसल यह घटना साल 1980 की है और यह मैच वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड के बीच में खेला जा रहा था. इस टेस्ट मैच में रोमांच अपने आखिरी पर था. यानी कि दोनों ही टीमों के जीतने के चांस सबसे ज्यादा थे ऐसे में दोनों तरफ से खिला़ड़ी जोश से भरे हुए थे. इन दोनों देशों के मैच के बीच में विवाद का जड़ बना अपांयर जिसके गलत फैसले के कारण खिलाड़ी पूरी तरह से तिलमिला गए. दरअसल उस समय के वेस्टइंडीज के गेंदबाजों के सामने विश्व के बल्लेबाज मुंह नहीं लगना चाहते थे क्योंकि उनकी गोली तरह आती गेंद से हर कोई बचना चाहता था.

उस मैच में हुआ यह कि न्यूजीलैंड को यह मैच जीतने के लिए 104 रनों की दरकार थी. और गेंदबाजी कर रहे थे माकल होल्डिंग जिनके नाम मात्र से बल्लेबाज खौफ खाते थे. ऐसे में होल्डिंग की एक गेंद बल्लेबाज के गल्ब्स से लगता हुआ किपर के दस्ताने में चला गया. गेंदबाज के साथ साथी खिलाड़ियों ने आउट की अपील की और अंपायर ने आउट करार नहीं दिया. लेकिन इस दौरान बल्लेबाज ने अपना गल्प्स और बैट केंधे में फंसा कर चलने की तैयारी कर रहे थे. लेकिन जब अंपायर ने आउट नहीं दिया तो वे फिर से मैदान में तैयार हो गए. लेकिन अब उनके सामने डर यह था कि फिर से होल्डिग की गेंद का सामना करना पड़ेगा..

अब इधर होल्डिंग अंपायर के डिसिजन से पूरी तरह नाखुश तिलमिला रहे थे. जब वे फॉलोथ्रू में गये तो उन्होंने स्टंप्स को लात मारकर उड़ा दिया. दरअसल यह सबकुछ अचानक से नहीं हुआ था इससे पहले भी होल्डिंग की एक गेंद पर बल्लेबाज लार्स केयर्न्स के स्टंप पर जाकर लगी थी. लेकिन बेल्स नहीं गिरने की वजह से अंपायर ने आउट करार नहीं दिया था. जिसके चलते होल्डिंग काफी गुस्से में थे. हालांकि होल्डिंग ने जब लात मारा था तो साथी खिलाड़ी देखर दंग रह गए थे.

इस पूरी घटना के बाद माइकल होल्डिंग के साथ ही पूरी टीम अवॉर्ड लेने ही नहीं आई. दरअसल अंपायर के इस रवैये के बाद वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों के बीच में इस तरह के हालात हो गए कि दोनों ही खिलाड़ी मैच समाप्त होने के बाद प्रेजेंटेशन में अवॉर्ड लेने से मना कर दिया. इतना ही नहीं वेस्टइंडीज की टीम इस मैच के बाद बाकि के मैचों को खेले बिना ही घर वापस लौटना चाहती थी. हालांकि बाद में बोर्ड ने काफी मशक्कत करते हुए इन खिलाड़िय़ों को बचे हुए मैच खेलने को कहा था. हालांकि इस विवादित टेस्ट मैच को न्यूजीलैंड की टीम ने एक विकेट से अपने नाम करने में सफल रही थी. जबकि इस सीरीज पर कीवी टीम ने कब्जा जमाया.

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