तेज गेंदबाज मुकेश कुमार का चयन आख़िरकार भारतीय टीम में हो ही गया. मुकेश की खास बात ये है कि वो ऐसे दुर्लभ खिलाड़ियों में से एक हैं, जिनका चयन भारतीय टीम में बिना IPL खेले ही हुआ है. जी हां दोस्तों, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज के लिए मुकेश कुमार का चयन हुआ है. आपको बता दें कि मुकेश को अपने सेलेक्शन का पता नहीं था जब तक उन्हें भारतीय टीम के ऑफिसियल whatsapp ग्रुप में ऐड नहीं किया गया था. जब वो इंडियन टीम के ऑफिसियल whatsapp ग्रुप में ऐड हुए तब उन्हें पता चला कि 6 अक्टूबर से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू होने वाले वनडे सीरीज के लिए चुना गया है.

भारतीय टीम में चयन की खबर जैसे ही मुकेश को मिली उनके आंखों में आंसू आ गए. मुकेश अपने पिता को याद करते हुए भावुक हो जाते हैं, जिनका पिछले साल ब्रेन स्ट्रोक के चलते निधन हो गया था. सिर्फ मुकेश ही नहीं बल्कि उनका पूरा परिवार रोने लगा. मुकेश के 5 भाई-बहन हैं और 6 में मुकेश सबसे छोटे हैं.

न्यूज़ एजेंसी PTI से बात करते हुए मुकेश कुमार ने कहा, ‘मैं बहुत भावुक हो गया. मेरे सामने सब धुंधला सा दिखने लगा. मैं केवल अपने दिवंगत पिता काशी नाथ सिंह के चेहरे को याद कर सकता था. जब तक मैंने बंगाल के लिए रणजी ट्रॉफी नहीं खेली मेरे पिता को नहीं लगा था कि मैं पेशेवर रूप से अच्छा करने के लिए पर्याप्त हूं. उनको शक था की मैं काबिल हूं भी नहीं.’

आपको बता दें कि मुकेश ने पिछले साल अपने पिता को खो दिया था. पिछले साल रणजी ट्रॉफी फाइनल से पहले उनके पिता को ब्रेन स्ट्रोक आया और वो हमेशा के लिए मुकेश को छोड़कर चले गए. टीम इंडिया में सेलेक्शन की खबर मिलने के बाद मुकेश ने कहा, ‘आज मेरी मां की आंखों में आंसू थे. वह बहुत भावुक थीं. घर पर सब रोने लगे. आपके हाथों की कलाकारी भगवान की देन है, लेकिन अगर उनके दिए हुए आशीर्वाद पर मेहनत नहीं करोगे तो कुछ नहीं होगा.’

जब मुकेश से ये पूछा गया कि क्या उनकी मां उनको दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डेब्यू करते हुए देखने के लिए मौजूद होंगी ? इसपर मुकेश ने जवाब दिया, ‘मुझे मैदान से देखने से ज्यादा मेरी मां मुझे कामयाब देखना पसंद करेंगी.’

सबसे दिलचस्प बात ये है कि मुकेश कुमार का चयन बिना आईपीएल खेले ही हुआ है. हालांकि वो आईपीएल में दिल्ली की टीम का हिस्सा थे लेकिन बतौर एक नेट गेंदबाज ही. मुकेश कुमार ने 31 फर्स्ट क्लास मैचों में 113 विकेट चटकाए हैं, जिसमें मौजूदा ईरानी कप भी शामिल है. इसके अलावा मुकेश ने 18 लिस्ट-ए मैचों में 5.17 की इकॉनोमी से 17 विकेट चटकाए हैं जबकि 17 टी20 मैचों में 19 विकेट उनके नाम है.

मुकेश कुमार का जन्म बिहार के गोपालगंज में हुआ है, लेकिन वो बंगाल की तरफ से घरेलु क्रिकेट खेलते हैं. मुकेश के चयन से सिर्फ उनका पूरा परिवार बेहद गौरवान्वित है और उनके गांव में जश्न का माहौल है.

मुकेश ने ये भी बताया कि उनके पिता को उनकी काबिलियत पर शक था और वो चाहते थे कि मैं कोई सरकारी नौकरी करूं और सेटल हो जाऊं. और बीकॉम करने के बाद मुकेश ने CRPF एग्जाम में 3 बार बैठे भी लेकिन क्लियर नहीं कर पाए. उनका जिला गोपालगंज crpf जवानों को भेजने के लिए जाना जाता है. लेकिन आज जब मुकेश ने घरेलु क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर भारतीय टीम में जगह बनाई है, तो यह किसी सपने के पूरे होने जैसा है. चक दे क्रिकेट की पूरी टीम मुकेश कुमार के उज्जवल भविष्य की कामना करता है.

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