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वेस्टइंडीज का वह धाकड़ खिलाड़ी, जो बदल देता है मैच जा रुख !

Bihari News

वेस्टइंडीज का वह धाकड़ बल्लेबाज, जो अकेले अपने दम पर पलट देता है मैच !

वेस्टइंडीज का धाकड़ बल्लेबाज, जो अकेले अपने दम पर पलट देता है मैच

16 साल में किया अंडर-19 डेब्यू, बना CPL खेलने वाला सबसे युवा खिलाड़ी

अंडर-19 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 143 रनों की पारी खेलकर बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

15 गेंदों पर अर्द्धशतक लगाकर बनाया आईपीएल का सबसे तेज अर्द्धशतक

दोस्तों, विश्व क्रिकेट में एक से बढ़कर खिलाड़ी हुए हैं. लेकिन वो खिलाड़ी जो अकेले अपने दम पर मैच का रुख मोड़ दें, उनका अपना अलग स्थान है. ऐसे खिलाड़ियों का रुतबा ही अलग है, जब वो मैदान पर आते हैं, तो एल अलग ही वाईब आती है. परिस्थिति कैसी भी हो, हमें यकीन रहता है वह खिलाड़ी कुछ करिश्माई करेगा और मैच जितवा देगा. ऐसे खिलाड़ी विश्व क्रिकेट में अपनी अलग पहचान बनाए हुए हैं. ऐसे खिलाड़ियों को ही महान खिलाड़ी कहते हैं, जो निस्वार्थ तरीके से खेलते हैं. जो अपने लिए नहीं टीम के लिए खेलते हैं. चक दे क्रिकेट की टीम लाया है एक ऐसे ही खिलाड़ी की अनकही दास्ताँ. इस लेख में हम वेस्टइंडीज के धाकड़ विकेटकीपर-बल्लेबाज निकोलस पूरन के जीवन से जुड़ी कुछ जानी-अनजानी और अनकही बातों को जानने की कोशिश करेंगे.

निकोलस पूरन का जन्म 2 अक्टूबर, 1995 को त्रिनिदाद एंड टोबैगो में हुआ था. बचपन से ही पूरन के अंदर एक बेहतरीन क्रिकेटर बनने की झलक दिखने लगी थी. पूरन का दाखिला सेन फ़र्नांडो के नपिरमा कॉलेज में हुआ यहां अपनी स्कूल टीम से खेलते हुए पूरन ने गजब का प्रदर्शन किया. यही कारण था कि बाएं हाथ के विकेटकीपर-बल्लेबाज निकोलस पूरन ने कई अंडरऐज और स्कूलबॉयज टूर्नामेंटों में त्रिनिदाद एंड टोबैगो का प्रतिनिधित्व किया. पूरे शहर में पूरन के खेल की चर्चा होने लगी थी और सबको लग गया था कि आगे चलकर निकोलस वेस्टइंडीज की अंतराष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व करेंगे.
निकोलस पूरन ने एक रीजनल टूर्नामेंट के जरिए साल 2012 में अपना अंडर-19 नेशनल डेब्यू किया था, तब पूरन सिर्फ 16 साल के थे.

अगले साल यानी 2013 के अक्टूबर महीने में पूरन ने वेस्टइंडीज की अंडर-19 टीम में डेब्यू कर लिया था. वो एक द्विपक्षीय सीरीज थी, बांग्लादेश अंडर-19 टीम के खिलाफ. पूरन ने अपने प्रदर्शन की छाप छोड़ी और इसके बाद 2014 में होने वाले अंडर-19 वर्ल्ड कप के लिए पूरन का चयन विंडीज टीम में हुआ. पूरन सिर्फ टीम का हिस्सा ही नहीं थे बल्कि विंडीज टीम के उपकप्तान भी थे. 6 मैचों में 303 रनों के साथ निकोलस पूरन टूर्नामेंट के चौथे सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज थे और अपनी टीम के लीडिंग रन स्कोरर.
इसमें कनाडा और भारत के खिलाफ अर्द्धशतक, जबकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 143 रनों की पारी शामिल थी. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पूरन ने 143 रन बनाकर कई रिकॉर्ड भी बना दिए थे. टूर्नामेंट के इतिहास में अंडर प्रेशर वो खेली गई अबतक की सर्वश्रेष्ठ पारी थी. इसके अलावा टूर्नामेंट का भी वह सर्वश्रेष्ठ स्क्वोर था, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किसी खिलाड़ी द्वारा खेली गई वह अंडर-19 वनडे की सबसे बड़ी पारी भी थी. साथ ही एक और रिकॉर्ड बना था, पूरन ने उस मुकाबले में 9वें विकेट के लिए जेरोम जोन्स के साथ 136 रनों की साझेदारी की थी, जो कि एक रिकॉर्ड बन गया.

इंटरनेशनल अंडर-19 लेवल पर खेलने से पहले निकोलस पूरन त्रिनिदाद एंड टोबैगो के लिए घरेलु वनडे जिसका नाम था रीजनल सुपर 50 कम्पटीशन खेले थे. यह टूर्नामेंट 2013 के फ़रवरी और मार्च महीने में खेला गया था.

2013 में ही CPL यानी कैरिबियन प्रीमियर लीग की शुरुआत हुई थी और 17 साल के निकोलस पूरन को त्रिनिदाद की रेड स्टील स्क्वाड में चुना गया था. इस तरह CPL में खेलने वाले वो सबसे युवा खिलाड़ी बने थे. CPL के अपने डेब्यू मैच में, जो कि गुयाना अमेज़न वारियर्स के खिलाफ था, पूरन ने 24 गेंदों पर 54 रनों की पारी खेली थी, जिसमें 6 छक्के शुमार थे. पूरन की वह पारी अपने “स्वच्छ, शांत स्ट्रोक प्ले” और “बेहिचक आक्रामकता” के लिए विख्यात हुई थी.
बाकी बचे हुए मुकाबलों में पूरन उतने प्रभावी नहीं नजर आए. 2013 चैंपियंस लीग में भी पूरन का बल्ला खामोश ही राह था, जहां वो रेड स्टील फ्रेंचाइजी के बजाय त्रिनिदाद एंड टोबैगो नेशनल साइड का प्रतिनिधित्व कर रहे थे.
फिर 2014 CPL सीजन में भी पूरन रेड स्टील टीम से खेले लेकिन उनके बल्ले से एक भी अर्द्धशतक नहीं निकला. 2014-15 सीजन के दौरान लीवर्ड आइलैंड के खिलाफ निकोलस पूरन ने त्रिनिदाद एंड टोबैगो के लिए अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था. अपने करियर के दूसरे मैच में को कि जमैका के विरुद्ध था, पूरन ने दूसरी पारी में 55 रन बनाए थे. पूरन क्लब क्रिकेट भी खेलते थे, क्लब लेवल पर वो क्लार्क रोड की टीम से खेलते थे.

सब कुछ ठीक था लेकिन तभी पूरन का एक सड़क हादसा हो गया, 2015 के जनवरी महीने में सेंट मेरिज के पास जिसमें उनके टखने और घुटनों पर गंभीर चोटें आई. एक्सीडेंट के बाद घरेलु सीजन के बचे हुए मुकाबलों से बाहर हो गए और 2015 कैरिबियन प्रीमियर लीग से भी. पूरन करीब 18 महीनों तक क्रिकेट से दूर रहे लेकिन जब वापसी हुई तो सीधे वेस्टइंडीज की अंतराष्ट्रीय टीम में.

23 सितंबर, 2016 यही वो दिन था जब निकोलस पूरन ने अपना अंतराष्ट्रीय डेब्यू किया था, पाकिस्तान के खिलाफ एक टी20 मैच के जरिए. इसके बाद 2018 के नवंबर महीने में पूरन का चयन भारत दौरे पर जाने वाली वेस्टइंडीज टीम में हुआ. दौरे पर खेले गए सीरीज के तीसरे टी20 मुकाबले में पूरन ने 25 गेंदों पर नाबाद 53 रन बना दिए थे और यह उनके टी20 इंटरनेशनल करियर का पहला अर्द्धशतक था. टी20 अंतराष्ट्रीय में प्रभावित करने वाले निकोलस पूरन को वेस्टइंडीज की वनडे टीम से खेलने का भी मौका मिला.
फरवरी, 2019 में उनका नाम इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज खेलने वाली वेस्टइंडीज की टीम में शामिल किया गया. और 20 फरवरी, 2019 को इंग्लैंड के खिलाफ पूरन ने अपना वनडे अंतराष्ट्रीय डेब्यू भी कर लिया. इसके बाद अप्रैल, 2019 में पूरन का चयन इंग्लैंड में होने वाले वर्ल्ड कप के लिए वेस्टइंडीज की टीम में हुआ और 1 जुलाई को श्रीलंका के खिलाफ मुकाबले में पूरन ने अपने वनडे अंतराष्ट्रीय का पहला शतक लगाया था. 9 मैचों में 367 रनों के साथ निकोलस पूरन वेस्टइंडीज के लिए टूर्नामेंट के लीडिंग रन-स्कोरर रहे थे. वर्ल्ड कप के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल(ICC) ने पूरन को स्क्वाड का राइजिंग स्टार बताया था. जुलाई 2019 में, क्रिकेट वेस्टइंडीज ने इनामस्वरूप उन्हें 2019-20 सीज़न से पहले पहली बार केंद्रीय अनुबंध से सम्मानित किया.

नवम्बर, 2019 में अफगानिस्तान के विरुद्ध तीसरे वनडे के दौरान बॉल-टैम्परिंग करने के मामले में पूरन दोषी पाए गए थे, जिसके बाद उनपर 4 टी20 मैचों के लिए बैन लगा दिया गया.

जुलाई, 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलु सीरीज के लिए पूरन को वेस्टइंडीज टीम का उपकप्तान नियुक्त किया गया था. और जब काइरोन पोलार्ड जब टी20 सीरीज से बाहर हुए थे पूरन ने टी20 इंटरनेशनल में पहली बार विंडीज टीम की कप्तानी की थी. पूरन ने अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को 4-1 से टी20 सीरीज हराया. फिर 2021 में खेली जाने वाली ICC टी20 वर्ल्ड कप के लिए पूरन को वेस्टइंडीज का उपकप्तान बनाया गया था. लेकिन पूरन और वेस्टइंडीज की टीम का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा था.

इसके बाद भारत के खिलाफ टी20 सीरीज में पूरन सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने थे. उन्होंने 3 अर्द्धशतकीय पारियों के साथ कुल 184 रन बनाए थे, जिसमें 62 रन उनका उच्चतम स्कोर रहा था. हालांकि पूरन के जबरदस्त प्रदर्शन के बावजूद वेस्टइंडीज सीरीज के तीनों मैच हार गई थी.

3 मई, 2022 को निकोलस पूरन को वेस्टइंडीज का लिमिटेड ओवर कैप्टन नियुक्त कर दिया गया. बतौर कप्तान अपने तीसरे वनडे में पाकिस्तान के खिलाफ पूरन ने अपना पहला इंटरनेशनल विकेट हासिल किया. उस मुकाबले में पूरन ने 48 रन देकर 4 विकेट झटके थे. 2022 ICC मेंस टी20 वर्ल्ड कप में पूरन ने वेस्टइंडीज टीम का नेतृत्व किया, हालांकि वेस्टइंडीज के लिए यह टूर्नामेंट किसी बुरे सपने की तरह था. टीम पहले ही राउंड में 3 में से 2 मुकाबले हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई और सुपर-12 में भी क्वालीफाई नहीं कर पाई. खिताब की प्रबल दावेदार टीम सुपर-12 में भी क्वालीफाई नहीं कर पाई, समूचे विश्व के लिए यह बेहद चौंकाने वाली बात थी. इसके बाद 21 नवंबर, 2022 को पूरन ने वेस्टइंडीज की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया.

निकोलस पूरन दुनियाभर के टी20 फ्रेंचाइजी लीग के जाने-माने चेहरे हैं. आईपीएल 2017 ऑक्शन में उन्हें मुंबई इंडियन्स ने 30 लाख रूपए में खरीदा था लेकिन एक भी मैच खेलने का मौका नहीं दिया. 2018 आईपीएल ऑक्शन में उन्हें किसी ने नहीं खरीदा, तब 50 लाख उनका बेस प्राइस था. फिर 2019 आईपीएल ऑक्शन में उनको पंजाब किंग्स ने 4.2 करोड़ के भारी-भरकम रकम में खरीदा था. आईपीएल का 2020 सीजन पूरन के लिए बेहतरीन रहा था, जहां उन्होंने 14 मैचों में 353 रन बनाए थे, यही नहीं वो टूर्नामेंट के चौथे सबसे अधिक छक्के लगाने वाले बल्लेबाज थे. उस सीजन पूरन ने कुल 25 छक्के लगाए थे. लेकिन आईपीएल 2021 में पूरन सिर्फ 85 रन ही बना सके थे. तब पंजाब की टीम ने उनको रिलीज़ कर दिया तब आईपीएल 2022 ऑक्शन में पूरन को सनराइजर्स हैदराबाद ने 10.75 करोड़ रूपए के भारी भरकम रकम में खरीदा था. लेकिन पूरन फ्रेंचाइजियों के उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाकाम रहे थे. 2023 आईपीएल ऑक्शन में निकोलस पूरन को लखनऊ सुपरजायंट्स ने 16 करोड़ रूपए में खरीदकर अपने साथ जोड़ा. पूरन लखनऊ के लिए जबरदस्त प्रदर्शन कर रहे हैं. आईपीएल 2023 में लखनऊ का सामना rcb से था और लखनऊ को जीत के लिए 213 रनों का लक्ष्य मिला था ऐसे में पूरन ने मात्र 19 गेंदों पर 62 रनों की पारी खेलकर लखनऊ को जीत दिला दी थी. इसी दौरान पूरन ने आईपीएल के रिकॉर्ड बुक में भी अपना नाम दर्ज करवा लिया था. पूरन ने मात्र 15 गेंदों में अपना अर्द्धशतक बनाया था, जो कि संयुक्त रूप से टूर्नामेंट के इतिहास का दूसरा सबसे तेज अर्द्धशतक था.

बाएं हाथ के विध्वंसक विकेटकीपर-बल्लेबाज निकोलस पूरन ने अभी तक वेस्टइंडीज के लिए कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है. उन्होंने 54 वनडे मैचों में 1 शतक और 11 अर्द्धशतकों के साथ 1633 रन बनाए हैं. वहीं टी20 अंतराष्ट्रीय में 75 मैचों में उन्होंने 1486 रन बनाए हैं, यहां उनके बल्ले से 9 अर्द्धशतक निकले हैं. पूरन ने सिर्फ 5 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 2 अर्द्धशतकों के साथ 319 रन बनाए हैं. 87 लिस्ट ए मैचों में पूरन ने 2638 रन बनाए हैं, जिसमें 2 शतकीय और 17 अर्द्धशतकीय पारियां शामिल रही.

निकोलस पूरन के निजी जीवन की बात करें तो 18 नवंबर, 2020 को उन्होंने एलिसा मिगुएल (जिन्हें कैथरीना मिगुएल के नाम से भी जाना जाता है) से शादी रचाई थी. 2023 के जनवरी महीने में पूरन के घर एक छोटी सी बच्ची का जन्म हुआ था. चक दे क्रिकेट की पूरी टीम निकोलस पूरन के उज्जवल भविष्य की कामना करती है. आपके अनुसार क्या पूरन को रिलीज़ कर सनराइजर्स हैदराबाद ने बड़ी गलती कर दी है ? आप अपनी राय कमेंट करके दे सकते हैं.

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