नीतीश कुमार के NDA से जाने के बाद बीजेपी 2024 में होने वाले लोकसभा और वर्ष 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट चुकी है. चुनाव के दिन धीरे–धीरे करीब आते दिख रहें हैं. इन्हीं वजहों से गृह मंत्री अमित शाह का अब तक कई बार बिहार का दौरा हो चूका है और एक बार फिर से वे बिहार दौरे की तैयारी में हैं. बता दें की दो अप्रैल को उनके बिहार आने की बात सामने आई थी. लेकिन उनके बिहार दौरे से पहले हीं सियासत गरमाया हुआ दिख रहा है. दरअसल केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह सम्राट अशोक के जयंती के उपलक्ष्य में बीजेपी द्वारा आयोजित एक समारोह में शिरकत करने पहुँच रहें हैं. उनके आने से पहले हीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा उन पर परोक्ष रूप से कटाक्ष किया गया है. बता दें की जदयू की तरफ से पटना में आयोजित महान मौर्य सम्राट की जयंती के अवसर पर नीतीश कुमार भी उपस्थित रहें. समारोह के दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित किया और इस दौरान उन्होंने लोगों को भगवा पार्टी से सतर्क रहने की सलाह दी. हालाँकि अपने इस संबोधन के दौरान उन्होंने किसी का भी नाम नहीं लिया.
बता दें की अप्रत्यक्ष रूप से अमित शाह के सासाराम निर्धारित यात्रा के सन्दर्भ में नीतीश कुमार द्वारा कहा गया है की.. ऐसे लोग भी हैं जो राजनितिक लाभ के लिए समाज में तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहें हैं. वैसे लोगों से सावधान रहे. अपनी बातो को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा की.. कुछ हीं दिनों में दिल्ली से कोई आएगा और आपको सम्राट अशोक के नाम से गुमराह करने की कोशिश करेगा. फिर आगे नीतीश कुमार द्वारा यह भी कहा गया की इन लोगों ने स्वतंत्रता के संघर्ष में कोई भी भूमिका नहीं निभाई. वे कुछ जातियों को अशोक के नाम का आवाह्न कर के दूर करने की कोशिश करेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद का पक्ष रखते हुए यह भी कहा की मैंने कभी भी लोगों को जाती के नाम पर बाँटने की कोशिश नहीं की है.
वहीँ बिहार के सियासी गलियारे में तब से घमासान देखने को मिल रहा है जब से नीतीश कुमार द्वारा NDA से नाता छोड़ा गया है. NDA से दूर होने के बाद नीतीश कुमार ने RJD के साथ मिल कर महागठबंधन की सरकार बना ली है. लेकिन अपने भविष्य को लेकर जदयू के कई नेता थोड़े शंकित जरुर हैं. हालाँकि इन बातों को उपेन्द्र कुशवाहा द्वारा भी कई बार कहा जा चूका है. वहीँ तेजस्वी यादव को बिहार के मुख्यमंत्री के पद पर बैठाने की RJD की जल्दी भी साफ़ देखी जा रही थी. दरअसल विजय मंडल जो की राजद के विधायक हैं उन्होंने होली के बाद तेजस्वी के मुख्यमंत्री बनने की बात कही थी. उन्होंने यह भी कहा था की अभी 2025 दूर है. नीतीश स्वयं हीं तेजस्वी को जल्द हीं पदभार सौपेंगे. लेकिन इन अटकलों को तेजस्वी यादव ने विधानसभा में यह कह कर दूर कर दिया की… ना हीं हमें मुख्यमंत्री बनना है और ना हीं इन्हें यानी नीतीश को प्रधानमंत्री. खैर सियासत का चक्र कब कहाँ और कौन सा मोड़ ले लेगा यह तो कोई नहीं जानता.