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क्या नीतीश कुमार फिर मारेंगे पलटी ?

Bihari News

बिहार की सियासत में कब क्या हो जाए कुछ भी कहना मुश्किल हैं. एक समय था जब लालू प्रसाद यादव बिहार की सियासत के केंद्र में हुआ करते थे. लेकिन इन दिनों नीतीश कुमार का सिक्का चल रहा है. सीटें भले ही नीतीश कुमार की पार्टी को कम मिली हो लेकिन सत्ता के केंद्र में हमेशा वे ही होते हैं. अब देखिए न स्थिति यह है कि अगर वे NDA के साथ हैं तो सत्ता में हैं अगर वे महागठबंधन के साथ हैं तो सत्ता में हैं ऐसे में यही कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार ने दोनों ही तरफ से रास्ते हमेशा के लिए खोल रखे हैं. कुछ नेता ऐसे हैं जो दोनों ही तरफ से नीतीश कुमार के संपर्क में रहे हैं. नीतीश कुमार के गठबंधन बदलने के बाद बीजेपी ने बड़ा बवाल मचाया था. उससे पहले राजद ने भी खुब बवाल मचाया था. लेकिन अब नीतीश कुमार के सहयोगी रहे प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि वे एक बार फिर से पलटी मार सकते हैं. उन्होंने साफ साफ कहा है कि बीजेपी के साथ जाने के लिए नीतीश कुमार ने रास्ता खुला छोड़ दिया है. प्रशांत ने तो यह भी कह दिया है कि नीतीश कुमार ने एक खास नेता को इसके लिए छोड़ भी दिया है. हालांकि जदयू ने प्रशांत के इस दावे को खारिज कर दिया है.

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ऐसे में आइए समझते हैं आखिर प्रशांत किशोर किस थ्योरी के तहत नीतीश कुमार को एक बार फिर से बीजेपी के साथ होने की बात कह रहे हैं.

आप हम सभी लोग जानते हैं कि प्रशांत किशोर बिहार में 2 अक्टूबर 2022 से जनसुराज यात्रा पर हैं. इस दौरान वे लोगों से मिल रहे हैं और बिहार में विकास की बात कह रहे हैं. इसी दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि नीतीश कुमार कभी भी पलटी मार सकते हैं. वे कभी भी बीजेपी के साथ जा सकते हैं. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा है कि नीतीश कुमार के करीबी सांसद और राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश के जरिये नीतीश कुमार बीजेपी के साथ संपर्क साध रहे हैं. प्रशांत ने यह भी कहा है कि जो लोग यह सोच रहे हैं कि नीतीश कुमार पूरे देश में बीजेपी के खिलाफ में एक माहौल बना रहे हैं वे यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि नीतीश कुमार एक बार फिर से बीजेपी के साथ जाने की भी रणनीति बना रहे हैं. प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार से सवाल पुछा जिसमें उन्होंने कहा कि जब आपका NDA के साथ नाता नहीं है तो फिर आपने राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश से इस्तीफा क्यों नहीं लिया. उन्होंने यह भी कहा कि जो पद बीजेपी की कृपा से मिला है उसे नीतीश कुमार क्यों नहीं छोड़ रहे हैं. उन्होंने साफ साफ कहा कि हरिवंश को इसलिए बचा कर रखा गया है ताकि दोनों के बीच में मध्यस्थता की जा सके. प्रशांत ने कहा कि नीतीश कुमारे के पूराने दिनों को देखें तो उनका इतिहास रहा है पलटी मारने की ऐसे में वे एक बार फिर से पलटी मारकर बीजेपी के साथ जा सकते हैं.

हालांकि इस पूरे प्रकरण पर हरिवंश ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया है.

इस पूरे मामले पर जदयू का बयान सबसे महत्वपूर्ण हो जाता है जिसमें उन्होंने कहा है कि प्रशांत किशोर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. जदयू के महासचिव केसी त्यागी ने इस पूरे मसले पर अपनी बात रखते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वे बीजेपी के साथ दोबारा नहीं जाएंगे. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पिछले 50 सालों से राजनीति में हैं जबकि प्रशांत किशोर पिछले 6 साल से राजनीति में हैं. वे लोगों को भ्रम फैलाने का काम कर रहे हैं.

नीतीश कुमार खुद या फिर उनके नेता इस बात की दुहाई देते रहें कि नीतीश कुमार बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे इसमें किसी को कोई हैरानी नहीं होगी. अगर आप नीतीश कुमार के पुराने दिनों को देख लें तो वे साल 2013में बीजेपी को छोड़ा था. उस समय उन्होंने कहा था मिट्टी में मिल जाएंगे बीजेपी में नहीं जाएंगे. लेकिन फिर आया साल 2017 और वे बीजेपी के साथ जा खड़े हुए. और साल 2022 में एक बार फिर से बीजेपी से उनका मोह भंग हो गया है और वे महागठबंधन के साथ अपनी सरकार चला रहे हैं. ऐसे में राजनीतिक जानकार और आम लोग यही कह रहे हैं कि यह सरकार कब तक चलेगी या फिर नीतीश कुमार फिर से पाला बदल लेंगे.

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