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दिल्ली को बनाया रणजी चैंपियन, भारतीय क्रिकेट का यंग एंग्रीमैन खिलाड़ी जो खुद की नही सुनता …

Bihari News

दिल्ली को बनाया रणजी चैंपियन, विराट को बीच मैदान पर दी गाली भारतीय क्रिकेट का यंग एंग्रीमैन

भारतीय क्रिकेट का यंग एंग्रीमैन खिलाड़ी जो खुद की नही सुनता

जब इस खिलाड़ी विराट को दी थी बीच मैदान पर गाली फिर भी विराट ने दिया अपना फेवरेट बैट

उम्र की हेराफेरी में पकड़ा जाने वाला खिलाड़ी जिसे टूर्नामेंट में कर दिया गया था बैन

गौतम गंभीर, अमित मिश्रा और उन्मुक्त के कोच से सीखी बारीकियां और बना अक्रामक बल्लेबाज

अकेले दम दिल्ली को रणजी चैम्पियन बनाने वाला जाबांज खिलाड़ी

क्रिकेट में हमने कई ऐसे खिलाड़ी देखें है जिन्हे भले ही अपने देश के लिए खेलने का गौरव ना मिला हो उसके बाउजूद उन्होंने घरेलू और लीग क्रिकेट में ढेरों रिकॉर्ड और उपलब्धियां हासिल कर विश्व क्रिकेट में अपनी पहचान बनाई है। ऐसे खिलाड़ी जिन्होंने अपने खेल और हुनर का ऐसा परचम लहराया कि दुनिया के इसी अंदाज को पसंद करने लगी। साथ ही उसमें भविष्य का वो खिलाड़ी भी देखने लगे जो आगे चलकर अपने देश लिए कई कीर्तिमान स्थापित कर सकता है। ऐसा ही एक क्रिकेटर है जिसे आईपीएल के 16 वें सीजन से शुरू होने से दो दिन पहले चोटिल श्रेयस अय्यर की जगह कोलकाता नाइट राइडर्स का कप्तान बनाया गया। इस खिलाड़ी ने अपनी प्रतिभा और लगन से ना जाने घरेलू क्रिकेट में कितने कीर्तिमान हासिल किए है।

आज हम बात करने वाले है एक ऐसे खिलाड़ी की, जिसने विराट कोहली जैसे महान खिलाड़ी को अपशब्द कह दिया था। ये खिलाड़ी बालीवुड अभिनेता गोविंदा के दामाद भी है। हम बात कर रहे है भारतीय क्रिकेट के यंग एंग्रीमैन खिलाड़ी नीतीश राणा की। आज हम इस लेख में नीतीश राणा के जीवन से जुड़े कुछ अनसुने पहेलूओ के बारे में साथ ही यह भी बताएंगे कि आखिर उन्होंने कोहली को अपशब्द क्यों कहा था। और केकेआर टीम मैनेजमेंट ने नीतीश राणा को ही कप्तान क्यों बनाया ?

नीतीश राणा का जन्म 27 दिसंबर साल 1993 को भारत की राजधानी दिल्ली में हुआ था। इनके पिता दारा सिंह राणा दिल्ली के एक कॉलेज में गणित के प्रोफेसर है। और मां सतीश राणा हाउसवाइफ है। नीतीश के परिवार में एक बड़ा भाई आशीष राणा और एक छोटी बहन विशाखा राणा है। नीतीश ने अपनी स्कूली शिक्षा डीएवी सिंटेनरी पब्लिक स्कूल दिल्ली से की।इसके बाद नीतिश ने उच्च शिक्षा विद्या जैन कॉलेज से की। नीतीश के परिवार में कोई भी सदस्य खेलों में रुचि नहीं रखता था। लेकिन नीतीश का क्रिकेट और फुटबॉल से गहरा प्रेम था। नीतीश जब छोटे थे तो वो टीवी पर क्रिकेट देखते थे। लेकिन जब भी पिता कॉलेज से घर आते तो नीतीश को पढ़ाई करने के लिए बोलते। और टीवी बंद कर देते। नीतीश ऐसा रोज करते और जब पिता के घर लौटने का वक्त हो जाता तो वो टीवी बंद कर पढ़ाई करने लगते। नीतीश की मां उसकी इन हरकतों से वाकिफ थी। इसलिए वो बेटे के प्यार और दुलार में चुप रहती। नीतीश गली में मुहल्ले वाले दोस्त के साथ क्रिकेट खेलते। नीतीश को क्रिकेट से बहुत लगाव हो गया था। और यही लगाव उन्हे करियर तक ले आया। नीतीश जब पढ़ाई कर रहे थे तो वो काफी मोटे हो गए थे। नीतीश का क्रिकेट के प्रति जोश और जुनून देखकर पिता दारा सिंह राणा ने नीतीश का दाखिला गर्मियों की छुट्टी में एक क्रिकेट एकेडमी में करा दिया। जहां क्रिकेट के बारीकी गुण सीखने के साथ साथ फिजिकल एक्सरसाइज भी करते थे।

नीतीश समय के साथ साथ बेहतर क्रिकेट खेलने लगे और उन्होंने इसे करियर बनाने की ठान ली। जिसके बाद पिता ने नीतीश का भरपूर साथ दिया। नीतीश ने अपनी क्रिकेट कोचिंग बारीकियां कोच संजय भारद्वाज से सीखी ये वही संजय भारद्वाज है जिन्होंने गौतम गंभीर, अमित मिश्रा और उन्मुक्त चंद जैसे खिलाड़ियों के भी कोच भी रह चुके है। और यहां से नीतीश एक बेहतरीन क्रिकेटर बनकर उभरे। कोच संजय बताते है कि नीतीश राणा इस कदर अक्रामक बैटिंग करते थे कि वो जितनी बार छक्के के लिए शॉट मारते गेंद गायब हो जाती थी। वो जब तक प्रैक्टिस करते उनके लिए गेंदों का अतरिक्त डिब्बा लाना पड़ता था। नीतीश ने लगभग दो सौ से तीन सौ गेंदे खोवाई है। नीतीश की मेहनत और प्रतिभा के दम पर जल्द ही उनका चयन बहुत जल्द अंदर 16 टीम में हो गया। जहां उन्होंने शानदार खेल दिखाया।

इसके बाद नीतिश राणा ने दिल्ली की अंडर 19 टीम के लिए भी शानदार प्रदर्शन किया। लेकिन नीतीश राणा के करियर का टर्निंग प्वाइंट रहा 2015 और 16 का साल। 2015 में नीतीश राणा ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर में पदार्पण किया। जहां उन्होंने उस टूर्नामेंट में लाजवाब प्रदर्शन करते हुए 50.63 की शानदार औसत से 557 रन बनाए। एवं टीम को लीड करते हुए अच्छा प्रदर्शन किया। इसके साथ ही नीतीश ने दिल्ली को रणजी चैम्पियन भी बना दिया। इस प्रदर्शन के बाद नीतिश राणा सुर्खियों में आ गए थे। जहां दिल्ली क्रिकेट के सेलेक्टरों ने उन्हें घरेलू क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में चुन लिया। इसी साल यानी 2015 में खेली गई विजय हजारे ट्रॉफी में भी नीतीश राणा का बल्ला जमकर बोला। इस टूर्नामेंट में नीतीश राणा ने 218 रन बनाकर अपनी टीम के दूसरे सबसे बड़े स्कोरर रहे। लेकिन नीतीश राणा का अभी असली रण में उतरना बाकी था।इसके बाद नीतिश राणा ने सैय्यद मुस्ताक अली ट्राफी में एक बार फिर बेहतरीन खेल दिखाते हुए 178.88 की अद्भुत स्ट्राइक रेट से 8 पारियों में 299 रन ठोक डाले। इसी टूर्नामेंट के एक मैच में दिल्ली का मुकाबला आंध्र प्रदेश की टीम से था। जहां आंध्र प्रदेश की टीम ने 235 रन बनाए थे। जवाब में दिल्ली की शुरुआत खराब रही और सिर्फ 40 रन पर 4 विकेट गिर गए। ऐसे में टीम के ऊपर हार का खतरा मंडराने लगा। और फिर क्रीज पर आगमन हुआ नीतीश राणा का। इसके बाद राणा ने विरोधी गेंदबाजों की बखिया उधेड़कर रख दी। और दिल्ली को जीत दिला दी। इस पारी में नीतीश ने महज 40 गेंदों में 8 चौके और इतने ही छक्के लगाकर 97 रन बनाए थे। और इसी के साथ उन्होंने आईपीएल के लिए अपनी दावेदारी भी ठोक दी। राणा ने इस पारी के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। नीतीश का बल्ले ने पहले बड़ौदा और फिर झारखंड के खिलाफ भी खूब आग उगला था।

नीतीश राणा के घरेलू प्रदर्शन को देखते हुए आईपीएल की मुंबई इंडियंस की फ्रेंचाइजी उन पर नजर पड़ी तो उन्होंने साल 2016 में नीतीश को उनके बेस प्राइस दस लाख रुपए में खरीदा। और इस तरह उन्होंने आईपीएल में डेब्यू करते हुए रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ पहला मैच खेला। इस सीजन में ज्यादा में तो नीतीश को खेलने को नही मिले लेकिन आखिरी मैच में गुजरात लायंस के खिलाफ उन्होंने 36 गेंदों पर 70 रन बना दिए और पूरे सीजन में 4 मैचों मे 104 रन ही बना पाए। लेकिन अगले ही सीजन में नीतीश ने जादरदस्त वापसी की और 13 मैच में 333 रन बनाए। नीतीश ने जिस तरह से आईपीएल में बल्लेबाजी कर रहे थे उन्होंने बता दिया कि आधुनिक युग की क्रिकेट उन्ही के लिए बनी है। साल 2018 में केकेआर की तरफ से नीतीश ने फिर शानदार खेल दिखाया और 15 मैच में 304 रन ठोक दिए। और उन्होंने चार विकेट भी चटकाए। इसके बाद सीजन दर सीजन नीतीश की बल्लेबाजी में वो पैनापन दिखा जिससे सब हैरान थे। यही वजह थी कि उन्होंने 2019 के सीजन 344 ,2020 में 352, 2021में 383 और 2022 के सीजन में 361 रन बनाए।

नीतीश राणा कितने उपयोगी है ये बात केकेआर मैनेजमेंट बखूबी जानता है। इसलिए उन्होंने नीतीश को 8 करोड़ रुपए में रिटेन कर लिया। और इस साल होने वाले आईपीएल में चोटिल श्रेयस अय्यर की जगह टीम का कप्तान भी बना दिया। जहां नीतीश पर खुशी के साथ ये जिम्मेदारी भी है कि वो टीम को अच्छे से लीड कर नौ साल के सूखे को खत्म कर कोलकाता नाइट राइडर्स को तीसरी बार खिताब दिलाए। नीतीश जब आईपीएल में रनों की बरसात कर रहे थे तभी वो नेशनल टीम के लिए परिपक्व हो गए थे। और यही वजह है कि नीतीश के खेल को देखते हुए उन्हें टीम इंडिया की वनडे टीम में शामिल कर लिया गया। 23 जुलाई 2021 को नीतीश राणा ने श्री लंका के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया। लेकिन डेब्यू मैच में उन्होंने निराश किया और 14 गेंदों में सिर्फ 7 रन बनाकर आउट हो गए। इसी दौरे में उन्होंने श्री लंका के खिलाफ 28 जुलाई 2021 को अंतर्राष्ट्रीय टी 20 क्रिकेट में भी पदार्पण किया।

युवा एंग्री मैन नीतीश राणा ने एक बार विराट कोहली को गाली तक दे डाली थी। दरअसल हुआ कुछ यूं था कि साल 2018 के आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच एक लीग मुकाबला खेला जा रहा था। जहां नीतीश राणा गेंदबाजी कर रहे थे। और क्रीज पर थे एबी डिविलियर्स और विराट कोहली। नीतीश ने पहले एबी डिविलियर्स को आउट किया फिर विराट कोहली को भी पवेलियन की राह दिखा दी। लेकिन इस बीच नीतीश ने विराट को आउट किया तो उन्होंने जोश में विराट कोहली को गाली दे दी। जिसके बाद नीतीश राणा की खूब आलोचना हुई। हालाकि इसके बावजूद विराट कोहली ने बुरा नही माना और उन्होंने अपना एक बैट नीतीश को गिफ्ट कर दिया। नीतीश राणा एक कंट्रोवर्सी का शिकार भी हो चुके है। साल 2015 में नीतीश पर आरोप लगा कि उन्होंने अपनी उम्र को लेकर कुछ हेराफेरी की है। नीतीश उन 22 खिलाड़ियों की सूची में थे जिन्होंने अपनी असली उम्र छिपाई थी। तब उन्हे एक टूर्नामेंट में भाग लेने से रोक दिया गया था। नीतीश राणा ने एक इंटरव्यू में पूछा गया कि आप इतने इतनी अक्रामक क्रिकेट कैसे खेलना शुरू किया। तो उन्होंने बताया कि आईपीएल में आने से वो पहले से ज्यादा अक्रामक खेल रहे है। इसका श्रेय रिकी पोंटिंग को जाता है। क्योंकि नीतीश उस समय मुम्बई इंडियंस के लिए खेला करते थे और रिकी पोंटिंग टीम के कोच थे। नीतीश राणा ने साल 2019 में साची मारवाह से शादी रचाई। जो एक इंटीरियर डिजाइनर है।

5 फुट 4 इंच के बाएं हाथ के नीतीश राणा ने अपने छोटे से क्रिकेट करियर में 1 वनडे, 2 टी 20 मैच खेले है जिसमें उन्होंने सिर्फ 10 रन ही बनाए है। वहीं 41 घरेलू मैच में 2436 रन बनाए है और 23 विकेट भी चटकाए है। नीतीश के आईपीएल करियर पर नजर डाले तो नीतीश ने आईपीएल में , मुंबई और कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से खेलते हुए कुल 91 मैच खेले है जिसमें उन्होंने शानदार 28 की औसत और 134 की स्ट्राइक रेट से 2181 रन बनाए है। जिसमें सात विकेट भी शामिल है।

दोस्तों, नीतीश राणा को आईपीएल की केकेआर टीम का कप्तान बनाया गया है क्या नीतीश की कप्तानी में केकेआर तीसरी बार विजेता बनेगी। आप हमें अपनी राय कमेंट करके बता सकते है .

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