skip to content

घर से करें ऑनलाइन पिंडदान, बिहार सरकार दे रही है यह सुविधा

Bihari News

भारत समेत पूरे विश्व में पिछले दो सालों से कोरोना का साया था. जिसके कारण पिंड दान की पूरी प्रक्रिया रूकी हुई थी. ऐसे में 10 सिंतबर से पिंड की शुरुआत हो गई है. और यह 26 सिंतबर तक चलने वाली है. ऐसे में जिला प्रशासन की तरफ से तमाम तरह की सुविधाओं की बात कही जा रही है. जिससे की पिंड दान करने आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी का सामना न करना पड़ें. जब आप गया रेलवे स्टेशन से बाहर निकलेंगे तो यहां आपको जिला सूचना विभाग का काउंटल मिलेगा जोकि आपको मेले से संबंधित तमाम तरह की सुविधाएं मुहैया करवाएंगा. यानी की कहां रुकना और वहां तक आने जाने की व्यवस्था किस तरह से होगी इन सभी सुविधाओं के बारे में आपको जानकारी दी जाएगी. लेकिन बहुत से ऐसे भी श्रद्धालुं हैं जो पिंड दान के लिए गया जी नहीं आ सकते हैं. ऐसे में वे अपने घर से ही पिंड दान कर सकते हैं. इसको लेकर बिहार सरकार ने विशेष सुविधा मुहैया करवाई है.

गया जी तक नहीं पहुंचने वाले श्रद्धालुंओं के लिे ई-पिंडदान की सुविधा मुहैया करवाई गई है. बहुत से ऐसे लोग हैं जो कि इस पिंड दान के काल में गया जी नहीं पहुंच पाते हैं ऐसे में उन्हें घर से पिंडदान करने की सुविधा मुहैया करवाई जा रही है. कई लोग तो ऐसे भी हैं जोकि विदेश में रहते हैं तो वे यहां पर पिंडदान नहीं कर पाते हैं. इन लोगों को भी ध्यान में रखते हुए ई- पिंडदान की शुरुआत की गई है. इसके लिए जो शुल्क का निर्धारण किया गया है उसमें 21 हजार 500 रुपये रखा गया है. इस पूरे खर्च में 3 जगहों पर पिंडदान करवाया जाएगा. बता दें कि इस दौरान होने वाला पूजा भी पूरे विधि विधान के साथ किया जाएगा. अगर आप गया जी जाकर पिंडदान करते हैं तो वहां आपको एक दिन में 5 हजार से 10 हजार रुपये तक का खर्च हो सकता है. हालांकि यह भी कहा गया है कि इस दौरान खर्च करने वाले पर भी निर्भर करता है कि आप कितना खर्च कर सकते हैं. आप www.pinddaangaya.bihar.gov.in पर जाकर ऑनलाइन पिंडदान करवा सकते हैं.

गयाजी में पितृपक्ष के बाद भी लगभग पूरे साल लोग अपने पूर्वजों के तपर्ण के लिए पहुंचते हैं. कहा जाता है कि पहले गया जी में कुल पिंड वेदियों की संख्या 365 थी, पर अभी की जो स्थिति है उसमें मात्र 50 के आपस पास ही बची हुई है. जिन बेदियों में इन दिनों सबसे ज्यादा पूजा होती है उसमें श्री विष्णुपद, फल्गु नदी और अक्षयवट का विशेष महत्व हैं. आपको बता दें कि गया जी का पूरा रकवा पांच कोस में है जिसे हम किलोमीटर के हिसाब से देखें तो 16 किलोमीटर होता है. फल्गु जी का पानी खत्म न हो इसको लेकर बिहार सरकार ने रबर डैम बनवाया है जिससे की श्राद्ध करने आने वालों को किसी तरह की कोई परेशानी का सामना न करना पड़ें

बिहार सरकार ई-पिंडदान की सुविधा मुहैया तो करवा ही रही है साथ ही साथ बिहार सरकार का पर्यटन विभाग पिंडदान के बाद घूमने का भी सुविधा मुहैया करवा रही है. इसके तहत कई तरह पैकेज पर्यटन विभाग की तरफ से जारी किये गए हैं. इस टूर पैकेज में आप बोधगया, नालंदा, राजगीर, और पटना में घुमने की सुविधा मुहैया करवाएगी. विभाग की तरफ से जो पैकेजहै उसमें बोधगया, नालंदा राजगीर और पटना में आप एक रात और दो दिन तक घूम सकते हैं. इस दौरान 1 व्यक्ति के लिए 20 हजार रुपये तो वहीं दो व्यक्ति के लिे 20 हजार 665 रुपये तो वहीं 4 व्यक्ति के लिे 38 हजार 720 रुपये देने होंगे. सीजन के दौरान विभाग इसी तरह के कई पैकेज लाता रहा है जिससे की पर्यटको को घूमने में ज्यादा परेशानी का सामना न करना पड़ें.

Leave a Comment