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ऐसे जा सकते हैं पटना से वाल्मीकिनगर; जानिए ट्रेन, बस और गाड़ी से जुड़ी जानकारी

Bihari News

जब भी आपके मन में बिहार घुमने का ख्याल आये और आपके द्वारा बनाये गये पर्यटन स्थलों की सूचि में वाल्मीकि नगर टाइगर रिज़र्व ना हो ऐसा हो नहीं सकता. बिहार का वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व पर्यटकों को अपनी ओर काफी लुभान्वित करता है. प्रकृति की गोद में बसी ये वीटीआर यानि वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व की फिजाएं भला किसे पसंद नहीं आएगी. यहाँ पर्यटन के दौरान एनिमल्स लवर को बाघों का दीदार सबसे ज्यादा खास लगता है और अपनी ओर आकर्षित करता है. तो चलिए आज के इस खबर में हम आपको पटना से वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व कैसे जाएँ ये बतायेंगे और वहां की सैर करवाएंगे. साथ ही साथ बतायेंगे की आपके लिए यहाँ क्या खास है जो आपके वेकेशंस में चार चाँद लगाएगा.

तो चलिए सबसे पहले हम बात करते हैं की राजधानी पटना से बस सेवा और निजी गाड़ी से कैसे वाल्मीकि नगर पहुंचा जाये. यदि आपके पास निजी गाड़ी या बाइक है तो आप इसके जरिये भी वीटीआर जा सकते हैं. पटना से वीटीआर की दूरी लगभग 290 किलोमीटर पड़ेगी. वहीँ वहां जाने में आपको लगभग सात से आठ घंटे का समय लग जायेगा. आपको बता दें की पटना बस स्टैंड से रात के समय सीधे वीटीआर के लिए एक या दो बसें चलाई जाती हैं. लेकिन काफी कम बस चलने के कारण सीटों की उपलब्धता कम होती है. इसलिए अगर आप वहां बस से जाना चाहते हैं तो पहले ही टिकट की बुकिंग करवा लें. इसके अलावे आप टूर एंड ट्रेवल एजेंसी के द्वारा सीधे पटना से वीटीआर जाने के लिए गाड़ी की भी बुकिंग करवा सकते हैं.

अब हम बात करते हैं की राजधानी पटना से रेलवे रूट द्वारा कैसे वीटीआर पहुंचा जाये. जब आप पटना से वीटीआर के लिए जाते हैं तो पाटलिपुत्र जंक्शन या पटना जंक्शन से अयोध्या कैंट एक मात्र ट्रेन है जो आपको वाल्मीकिनगर ले जाएगी. इस ट्रेन का समय रात में 7:40 मिनट पर है और यह आपको 12:38 मिनट पर रात के समय पहुंचाती है. इसके अलावे आप नरकटियागंज से भी वाल्मीकिनगर जा सकते हैं. वहां जाने के लिए आपको पाटलिपुत्र जंक्शन या पटना जंक्शन से नरकटियागंज के लिए ट्रेन लेना होगा. नरकटियागंज जंक्शन जाने के लिए आपको नरकटियागंज इंटरसिटी एक्सप्रेस मिल जाएगी. इसका समय शाम के 5 बज कर 10 मिनट पर है. इसके अलावे अयोध्या कैंट भी है. लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें की यह एक साप्ताहिक ट्रेन है. नरकटिया गंज से वाल्मीकि नगर के लिए कई ट्रेने खुलती हैं.सबसे पहली ट्रेन सुबह 5:40 मिनट पर गोरखपुर एक्सप्रेस है. यह ट्रेन आपको सुबह 7 बजे तक पहुँचा देगी. इसके अलावे नाकाह जंगल एक्सप्रेस है. इसका समय रात में 7:20 पर है और यह ट्रेन आपको रात के 9 बजे तक पहुंचा देगी. फिर रात के समय 11:45 मिनट पर गोरखपुर एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन है. यह ट्रेन आपको रात के समय 1:18 मिनट पर पहुंचाती है. अब नरकटियागंज से वाल्मीकिनगर जाने वाली आखिरी ट्रेन अयोध्या कैंट है. यह आपको 12:38 मिनट पर पहुंचाती है. जब आप वाल्मीकिनगर रोड पहुँचते हैं तो यहाँ से आपको वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व जाने के लिए गोल चौक जाना होगा. गोल चौक के लिए आपको स्टेशन से ऑटो या गाड़ी आसानी से मिल जायेंगे. फिर यहाँ से वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व की दूरी लगभग 1.5 किलोमीटर की है. यहाँ से आपको ऑटो या गाड़ी आसानी से मिल जाएगी. आप स्टेशन से सीधे वीटीआर भी जा सकते हैं, उसके लिए आपको ऑटो या गाड़ी बुक करनी होगी.

वीटीआर कैसे पहुंचे इसके बारे में तो हमने काफी जानकारी इकट्ठा कर ली, पर अब हम बात करेंगे वहां जाने के बाद कौन से वो जगह हैं जहाँ हम घूम सकते हैं. लेकिन उससे पहले हम इस क्षेत्र से आपको अवगत करवा दें. वाल्मीकि नगर यूपी और बिहार बॉर्डर के सोहगिबरवा वन्य जीव प्रभाग के शिवपुर यूनिट के सीमावर्ती इलाके में पड़ता है. साथ ही साथ इसकी सीमा नेपाल को भी छूती है. यह भारत के प्रसिद्ध उद्यानों में से एक है. लगभग 880 किलोमीटर के रेंज में इसका जंगल फैला हुआ है, जिनमे से 530 किलोमीटर का क्षेत्र व्याघ्र परियोजना के लिए आरक्षित है. यह जंगल विभिन्न प्रजाति के पेड़पौधे और वन्य जीवों से भरा है. वीटीआर अपने प्राकृतिक सौन्दर्य के लिए जाना जाता है. आपको बता दें की आपके वेकेशंस या पिकनिक स्पॉट और शूटिंग के नजरिए से वीटीआर एक परफेक्ट डेस्टिनेशन है. नेपाल की सीमा से सटे होने के कारण यहाँ से पर्वत श्रृंखला का दीदार हमे अपनी तरफ मोहित करता है. यहाँ से गुजरने वाली गंडक नदी इसके हसीं वादियों में चार चाँद लगाती है. वैसे तो यहाँ बहुत से वन्य जीव दिखते हैं लेकिन पर्यटकों के बीच बाघों को देखने लिए एक अलग सा कौतुहल और रोमांच रहता है. कई बार तो इन बाघों को बगहा वाल्मीकि नगर के मुख्य पथ पर सड़क के बीचोंबीच भी देखा जाता है. यहाँ के जंगलों में झरने, नदियों के दलदल और प्राकृतिक सौन्दर्य और जैव विविधता आपको एक अनूठा एहसास करवाती है. आप यहाँ ट्री हट के माध्यम से प्राकृतिक सौन्दर्य का मजा और भी करीब से ले सकते हैं.

आप इसके अलावे कैनोपी वाक, जटाशंकर टेम्पल, गंडक बराज, कौलेश्वर झुला, नरदेवी मंदिर, मदनपुर देवी स्थान और वाल्मीकिनगर आश्रम यहाँ के प्रमुख टूरिस्ट पॉइंट हैं वहां घूम सकते हैं. यहाँ ठहरने के लिए आपको जंगल के बीच में गंडक नदी के तट पर होटल और जंगल कैंप में बम्बू हट जैसे कई ऑप्शन मिल जायेंगे.

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