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क्या 2023 में बिहार की CM बनने वाली हैं राजश्री?

Bihari News

बिहार में पिछले दिनों जिस तरह से सियासत गरमाई है इसका असर केंद्र की राजनीति पर भी देखने को मिल रहा है. बिहार में भले ही 2025 में विधानसभा का चुनाव होना है लेकिन सियासत अभी से गरमाई हुई है. दरअसल 2024 में लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में तनातनी की स्थिति देखने को मिल रही है. अभी से ही राजनेता अपना अपना ठिकाना खोजने लगे हैं. इधर बिहार के मुख्यमंत्री जब से एनडीए को छोड़कर महागठबंधन के साथ गये हैं तब से बीजेपी लगातार सरकार पर हमलावर है. हालांकि पिछले दिनों जिस तरह से नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है उसके बाद से बीजेपी बौखला गई है. इधर उनके साथ उपेंद्र कुशवाहा ने जदयू से नाता तोड़ लिया और अपनी खुद की पार्टी बना ली. लेकिन इतने दिनों में बिहार में एक और मामला सामने आ गया. नौकरी के बदले जमीन लेने का. इस मामले में पहले सीबीआई और बाद में ईडी ने लालू परिवार के ठिकानों पर रेड मारी कहा जा रहा है कि इस दौरान कई कागजात मिले हैं. हालांकि इसी मामले में दिल्ली कोर्ट में लालू यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती को पेश होना था. जिसमें उन्हें जमानत मिल गई. अब यह कहा जा रहा है कि तेजस्वी यादव को भी कोर्ट के सामने पेश होना है.

रेलवे में नौकरी के बदले जमीन के मामले में 16 मार्च को दिल्ली हाई कोर्ट में तेजस्वी यादव को पेश होना था. लेकिन दिल्ली उच्च न्यायालय में सुनवाई के दौरान तेजस्वी यादव के वकील ने पहले तो गिरफ्तारी की आशंका जाहिर करते हुए पेशी से छूट की मांग की, हालांकि बाद में सीबीआई ने सिर्फ पुछताछ की बात कही जिसके बाद तेजस्वी यादव को 25 मार्च को पेश होने को कहा गया है. आपको बता दें कि तेजस्वी यादव ने सीबीआई की ओर से पुछताछ के लिए जारी समन को लेकर चुनौती दी थी. जस्टिस डी के शर्मा की कोर्ट में तेजस्वी के वकील ने कहा कि पिछले 11 दिन में 3 बार समन जारी किया जा चुका है. उन्होंने यह भी का कि वह बिहार के उपमुख्यमंत्री हैं और बिहार में इन दिनों बजट सत्र चल रहा है ऐसे में वे बजट की तैयारी में जुटे हुए हैं. तभी सीबीआई के वकिल ने कहा कि शनिवार को पेश होने के लिए कहा जाए तब तेजस्वी के वकील ने कहा कि हमारे मुअक्किल की गिरफ्तारी हो सकती है. तब सीबीआई ने भरोसा जताते हुए कहा कि हम यादव की गिरफ्तारी नहीं करेंगे. कुछ दस्तावेज दिखाकर पूछताछ होगी. जिसके बाद 25 मार्च का समय निर्धारित किया गया.

नौकरी के बदले जमीन के मामले पर बोलते हुए बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि इस केस में सजा आवश्य मिलेगी. ट्वीट करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि हाथी पर चढ़े या लड्डू बांटे, सजा होनी तय है. उन्होंने यह भी कहा कि लालू प्रसाद को बताना होगा कि रेलेव के चपरासी हृद्यानंद चौधरी ने अपनी कीमती जमीन लालू परिवार के सदस्यों को क्यों गिफ्ट कर दिया. उन्हें यह भी बताना होगा कि नौकरी और गिफ्ट के बीच क्या संबंध है.

इस पूरे प्रकरण को लेकर ABP न्यूज पर अपनी बात रखते हुए बीजेपी के विधायक पवन जायसवाल ने बताया कि बिहार में 1997 वाला फॉर्मूला एक बार फिर से दोहराया जाएगा. उन्होंने कहा कि लालू यादव चारा मामले में जेल गए थे तो उनकी पत्नी राबड़ी देवी बिहार की मुख्यमंत्री बनी थी अब डिप्टी सीएम तेजस्वी जेल जाएंगे तो नीतीश को हटाकर अपनी पत्नी राजश्री को बिहार का मुख्यमंत्री बनाएंगे. न्यूज चैनल से बात करते हुए बीजेपी विधायक ने दावा किया है कि इसके लिए पूरी प्लानिंग तैयार कर ली गई है. नौकरी के बदले जमीन का मामला गंभीर है ऐसे में तेजस्वी यादव को जेल जाना पड़ सकता है.

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