भारतीय खिलाड़ी रॉबिन उथप्पा ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से सन्यास लेने की घोषणा कर दी है। उन्होंने सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए एक भावुक पोस्ट शेयर किया। रॉबिन उथप्पा ने 2006 में भारत के लिए डेब्यू किया। उथप्पा ने भारत के लिए कई शानदार परियां खेली उन्होंने अपने डेब्यू मैच में ही 86 रन बनाकर शानदार खिलाड़ी होने का प्रमाण दे दिया था। वह 2007 में साउथ अफ्रीका में खेले गए पहले टी 20 वर्ल्ड कप विनिंग टीम का हिस्सा भी थे। उन्होंने वर्ल्ड कप में भी कई अच्छी पारियां खेली थी साथ ही फील्डिंग और बॉलिंग से भी योगदान दिया था। उन्होंने 14 सितंबर 2007 को पाकिस्तान के खेले गए मैच में अहम भूमिका निभाई थी। इस मैच में जीत-हार का फैसला बॉलआउट के जरिए हुआ था। बॉलआउट में रॉबिन उथप्पा ने भारत को अहम प्वाइंट दिलवाया कर जीत दिलाई थी। आपको बता दे उथप्पा ने 14 सितंबर को इस ऐतिहासिक मैच के 15 वर्ष पूरे होने के मौके पर सन्यास लेने का ऐलान किया।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा “अपने देश और अपने राज्य कर्नाटक के लिए खेलना मेरे लिए सम्मान की बात है। हालांकि हर अच्छी चीज का अंत होना चाहिए,और कृतज्ञ हृदय के साथ, मैने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से सन्यास लेने का फैसला लिया है सभी को धन्यवाद”
उन्होंने कैप्शन के अलावा तीन फोटो भी पोस्ट की जिसमे उन्होंने अपनी भावनाएं व्यक्त की, साथ ही पाकिस्तान के खिलाफ उनके बॉलआउट सेलिब्रेशन की फोटो भी साझा की। उन्होंने लिखा ” मुझे पेशेवर क्रिकेट खेलते हुए 20 साल हो गए है यह मेरे देश और राज्य, कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने के लिए सबसे बड़ा सम्मान रहा है – उतार-चढ़ाव से भरी एक अद्भुत यात्रा; एक जो संतोषजनक, पुरस्कृत और आनंददायक रही है और मुझे एक इंसान के रूप में विकसित होने के लिए अनुमति दी।”
उन्होंने लिखा, “हालांकि हर सभी अच्छी चीजों का अंत होता है और होना भी चाहिए। मैं बहुत ही आभारी दिल के साथ घोषणा कर रहा हूं कि भारतीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले रहा हूं। मैं इस खेल से अलग होने के बाद अपने परिवार के साथ समय बिताऊंगा। जीवन के एक नई शुरुआत को लेकर मैं काफी उत्सुक हूं।”
उथप्पा का करियर भी उतार चढ़ाव से भरा रहा। वह कभी भी भारतीय टीम में परमानेट जगह नहीं बना पाए। यद्यपि उन्हे जो भी मौके दिए गए उन्होंने उसे पूरी तरह भुनना की कोशिश की। उथप्पा का अपना एक अलग अंदाज था। वह अटैकिंग बल्लेबाजी करना पसंद करते थे और तेज गेंदबाजों को क्रीज छोड़ कर आगे चलते हुए बड़े छक्के लगाते थे। उनके इस अंदाज की दुनिया दीवानी थी। अपने स्टेट कर्नाटक के लिए उन्होंने अनेकों अवार्ड और ट्रॉफी जीती। मगर उनके क्रिकेटिंग करियर की हाइलाइट रही भारतीय टीम के साथ 2007 का टी 20 वर्ल्ड कप जीतना साथ ही 2014 में कोलकाता नाइट राइडर्स और 2021 में चेन्नई सुपर किंग्स के साथ आईपीएल का खिताब जीतना। उन्होंने आईपीएल में दो बार ऑरेंज कैप भी जीती है। उनके रिकॉर्ड की बात करे तो उन्होंने भारत के लिए 46 वनडे मैचों में 936 रन बनाए है वही 13 टी 20 मैचों में 249 रन दर्ज है। उन्होंने वनडे में 6 अर्धशतक भी जड़े है। साथ ही आईपीएल में उनके आंकड़े अद्भुत रहे है। उन्होंने 205 आईपीएल मैचों में 130.25 के स्ट्राइक रेट से 4959 रन बनाए हैं, जिसमें उनके 481 चौके और 182 छक्के हैं। उन्होंने अधिकतर रन कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए ही बनाए है। वह इस साल तक आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेल रहे थे।