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लोग कहते थे मौका दो… मौका दो… जब मौका मिला तो हो गए ढेर

Bihari News

टीम इंडिया इन दिनों वेस्टइंडीज के दौरे पर है. जहां टेस्ट वनडे और टी-20 मुकाबले खेले जाने हैं. ऐसे में भारत की टीम टेस्ट सीरीज जीत चुकी है जबकि वनडे मुकाबलों में तीसरा मुकाबला खेला जाना है जिसमें यह मुकाबला जीतने वाली टीम सीरीज पर कब्जा करेगी. भारतीय टीम के सामने इन दिनों सबसे बड़ी समस्या यह बनी हुई है कि किस खिलाड़ी को किस ऑर्डर में खिलाया जाए. दरअसर भारत की टीम इन दिनों प्रयोग के दौर से गुजर रही है. हर सीरीज और हर मुकाबले में वह बदलाव कर रही है. ऐसे में टीम को हार का भी सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि आने वाले दिनों में भारतीय टीम को वनडे का विश्वकप और टी-20 का मुकाबला भी होना है. साथ ही एशिया कप में भी टीम इंडिया में शामिल होना है. ऐसे में अब खिलाड़ियों को टीम से बाहर निकालने की बात कही जा रही है.

इस सीरीज शुरू होने से पहले ही कई खिलाड़ियों को खिलाने को लेकर कहा जा रहा था ऐसे में भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज की टीम के साथ खेले जा रहे दूसरे वनडे मुकाबले में संजू सैमसन, अक्षर पटेल को शामिल किया गया. साथ ही इस मैच में कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली इस मुकाबले से बाहर थे ऐसे में भारत की टीम दूसरा मुकाबला हार गई. हार के बाद अब एक बार फिर से इस बात का जिक्र होने लगा है कि अब इन खिलाड़ियों को बाहर करों क्योंकि दूसरे टेस्ट मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा है. भारतीय टीम इन दिनों अपने खिलाड़ियों को सजा रही है ताकि आगे के टूर्नामेंटों में उनका इस्तेमाल किया जा सके लेकिन अब एक दूसरी हवा चल निकली है इन्हें बाहर करों की. बता दें कि संजू सैमसन को लेकर सबसे ज्यादा बात हो रही है कि संजू सैमसन के पिछले 8 पारियों को अगर हम देखें तो 6,43,15,86,30,2,36 और आखिरी में 9 रन बनाए हैं. ऐसे में यह कहा जा रहा है कि संजू सैमसन के बल्ले से रन नहीं निकल रहा है. उनकी जगह दूसरे खिलाड़ी को मौका मिलना चाहिए था. ऐसे में अब कहा जा रहा है कि संजू सैमसन टीम इंडिया की नीली जर्सी में मुश्किल ही नजर आ सकते हैं. संजू सैमसन के साथ ही सूर्य कुमार यादव के ऊपर भी तलवार लटकती दिख रही है. हालांकि सूर्या को लेकर यह कहा जा रहा है कि टीम मैनेजमेंट ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि सूर्या किस नंबर पर खेलेंगे. सूर्या सही मायने में टी-20 के खिलाड़ी हैं अगर उन्हें वनडे टीम में लंबे समय तक बने रहना है तो उन्हें रन बनाना होगा.

सूर्य कुमार याद का भी हाल संजू जैसा ही है लेकिन सूर्या को टी-20 मुकाबलों में मौका मिलता रहा है और उन्होंने टीम के लिए रन भी बनाया है जिसका नतीजा है कि उन्हें वनडे मुकाबलों में खेलने का मौका है लेकिन यहां जब तक मैनेजमेंट यह तय नहीं करती है उन्हें किस नंबर पर आना है तब तक उनकी बल्लेबाजी पर सवाल उठाना ठीक नहीं होगा. गेंदबाजी की ही बात करलें तो भारतीय टीम में उमरान मलिक और शार्दुल ठाकुर को खेलाया गया लेकिन आप शार्दुल से ज्यादा गेंदबाजी करवाते हैं उमरान से कम करवाते हैं ऐसे में आप कल के डेट में अमरान को बाहर करेंगे कि किस आधार पर करेंगे. उमरान को तो आपने आखिरी के ओवरों में गेंद दी ही नहीं. अगर आखिरी के ओवरों में उन्हें गेंद दी गई होती तो काश उनके खाते में भी कुछ विकेट होता है. लेकिन शार्दुल को दिया गया और शार्दुल ने उस हिसाब से रन नहीं बनाए. ऐसे में टीम मैनेजमेंट और खिलाड़ियों को यह समझना होगा कि उन्हें मैच किस तरह से जीतना है. जो खिलाड़ी रन बनाने को उतावला है उसे आप बेंच पर बैठा रहे हैं जो खिलाड़ी विकेट देने के लिए तैयार है उसे आप गेंद नहीं दे रहे हैं तो ऐेस में कप्तान और मैनेजमेंट के साथ ही कोच को भी समझना होगा कि हम आगे के सीरीज में क्या करेंगे क्योंकि भारत की टीम पिछले कुछ सालों में कोई भी सीरीज जीतने में कामयाव नहीं रही है, ऐसे में भारत को चाहिए के बेहतरीन टीम जोकि आगे की सीरीज पर कब्जा जमा सके.

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