क्रिकेट … जिसका जन्मदाता इंग्लैंड है मगर भारत ने इस खेल को बड़ा और रोचक बनाया । क्योंकि क्रिकेट इंग्लैंड और पूरी दुनिया के लिए एक महज खेल है लेकिन भारत क्रिकेट को एक धर्म की तरह मानता है जहां करोड़ो भारतीय इसकी पूजा करते है। दोस्तों भारत एक ऐसा देश है जहां करोड़ो लोग क्रिकेट देखते और पसंद करते है तो वहीं भारत में ऐसे भी करोड़ों की संख्या में बच्चे है जो क्रिकेटर बनने का ख्वाब देखते है। भारत के लिए नीली जर्सी में क्रिकेट खेलना कौन नहीं चाहता, क्योंकि सरहद पर सिर्फ देश की सुरक्षा करके देश का गौरव बाढाना ही देशभक्ति नहीं होती बल्कि देश के लिए खेलकर करोड़ो चेहरों पर खुशी लाना और देश को गौरवान्वित करना भी देशभक्ति कहलाती है।

भारतीय टीम में इस समय एक ऐसा खिलाड़ी है जिसने अपने खेल से क्रिकेट को ही बदलकर रख दिया । मैदान का ऐसा कोई कोना नही होगा जहां इस खिलाड़ी ने बॉल को बाउंड्री के पार ना भेजी हो। जब वो मैदान पर उतरता है तो विरोधी टीम का गेंदबाज असमंजस में आने लगता है आखिर इसको गेंद डाले तो डाले कहां। वो कभी घुटने पर बैठकर गेंद को बाउंड्री पार भेजता है , तो कभी पिच पर घूमकर विकेट कीपर के उपर से गेंद मारता है। एक एक एंगल से गेंद को बाउंड्री लाइन के बाहर भेजने का माद्दा रखता है। उसके हर एक शॉट से स्टेडियम पर बैठे दर्शक खुशी से झूम उठते है। दूसरों को खुशी देने वाले इस खिलाड़ी के जीवन में कितने दुख आए। क्या आपने कभी सोचा है। बचपन से आंखो में देश के लिए क्रिकेट खेलने का सपना संजोए इस खिलाड़ी के जीवन की दास्तां आपको हैरान कर देगी।

दोस्तों आप देख रहे हैं चेक दे क्रिकेट की खास पेशकश और हम आज बात करने वाले है sky की , अब तक तो आप अंदाजा लगा ही चुके होंगे की हम किसकी बात कर रहे है। जी हां आपने सही अंदाजा लगाया , हम बात कर रहे है। टीम इंडिया के 360 कहे जाने वाले और भारत के ताबड़तोड़ बल्लेबाज सूर्य कुमार यादव की। जिसे आज दुनिया उसके खेल की पहचान से sky और मिस्टर 360 के नाम से जानती है ।

सूर्य कुमार यादव ने जब अपने करियर की पहली गेंद पर छक्का लगाया तो उन्होंने अपने इरादे साबित कर दिए । और फिर सूर्य ने क्रिकेट में बल्लेबाजी की परिभाषा ही बदलकर रख दी । खासकर टी 20 क्रिकेट की… अब तो इस सूर्या को टी 20 का बादशाह तक कहा जाने लगा।

तो चलिए जानते है बनारस की गलियों से टीम इंडिया के सुपरस्टार बनने की रोचक और संघर्ष भरी दास्तां

5 फुट 11इंच के सूर्य कुमार कुमार यादव का पूरा नाम सूर्य कुमार अशोक यादव है। सूर्या का जन्म 14 सितंबर 1990 को मुंबई में हुआ था। सूर्या हिंदू धर्म से ताल्लुक रखते है इनके परिवार में पिता अशोक यादव माता स्वप्नना यादव है। सूर्य कुमार यादव की स्कूली शिक्षा परमाणु ऊर्जा केंद्रीय विद्यालय मुंबई में हुई। तो वहीं कॉलेज की पढ़ाई पिल्लई कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स साइंस मुंबई से की। सूर्य कुमार यादव ने बी कॉम की डिग्री भी हासिल की है। शरीर पर टैटू बनवाना उनका इकलौता शौक है। दाएं हाथ का यह बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर, गौतम गंभीर और राहुल द्रविड़ को अपना आदर्श मानता है। सूर्य कुमार यादव मैरिड है, सूर्य कुमार यादव ने शादी अपनी डांस कोच देवीशा शेट्टी से 7 जुलाई 2016 को की थी । देवीशा एक डांस कोच है । सूर्या पहली बार अपनी पत्नी देवीशा से साल 2012 में आर ए पोदार कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनोमिक , मुंबई में मिले थे । हुआ कुछ यूं कि देवीशा सूर्य कुमार यादव की बल्लेबाजी से प्रभावित थी तो सूर्या उनके डांस से प्रभावित थे । फिर दोनो एक दूसरे को पसंद करने लगे। और डेटिंग शुरू कर दी। इसके बाद सूर्य कुमार यादव ने देवीशा को प्रपोज किया और परिवार से मिलाया । परिवार ने दोनो की शादी पर सहमति जता दी। फिर दोनो एक दूसरे के बन गए।

आइए अब नजर डालते है सूर्य कुमार यादव के क्रिकेट की संघर्ष भरी दास्तां… मां बाप की इकलौती औलाद सूर्य कुमार यादव के सामने चुनौती बड़ी थी , हर दिन एक नए टारगेट को पूरा करना उनकी फितरत में शामिल हो गया। नतीजा यह रहा कि सूर्या का बल्ला यूं चमका की उन्हे कोई कोई भी नजर अंदाज नहीं कर पाया। और आज नीली जर्सी में भारत की आन बान और शान बन गया। जैसे मैदान पर सचिन सचिन सचिन सुनाई देता था। आज मैदान पर सूर्या सूर्या सूर्या गूंजता है। सामने खड़े रोहित और कोहली हुई सूर्या के शॉट को देखकर ताली बजाना नहीं भूलते।

 

दोस्तों सूर्य कुमार यादव को बचपन से ही उनमें क्रिकेट और बैडमिंटन की रुचि थी। लेकिन एक दिन उनके पिता ने उन्हें क्रिकेट या बैडमिंटन के बीच चयन करने के लिए कहा, ताकि वह 2 रास्तों में से एक का चयन कर सके, बहुत विचार-विमर्श करने के बाद यादव ने क्रिकेट का चयन किया। सूर्यकुमार यादव के चाचा विनोद यादव उनके पहले क्रिकेट कोच थे। जब वह 10 वर्ष के थे, तब उनका परिवार वाराणसी से मुंबई स्थांतरित हो गया था और उसी वर्ष, उन्होंने अपनी स्कूली टीम के लिए क्रिकेट खेलना शुरू किया था। उन्होंने मुंबई स्थित दिलीप वेंगसरकर की ‘वेंगसरकर क्रिकेट अकादमी’ से क्रिकेट प्रशिक्षण प्राप्त किया।वर्ष 2010 में, उन्होंने दिल्ली के खिलाफ प्रथम श्रेणी के सत्र में मुंबई के लिए खेलते हुए 89 गेंदों पर 73 रन बनाए थे।वर्ष 2012 में, सूर्यकुमार पहली बार अपनी पत्नी देवीशा से आर. ए. पोडर कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स, मुंबई में मिले। देवीशा सूर्यकुमार की बल्लेबाजी से काफी प्रभावित थीं, जबकि सूर्यकुमार देवीशा के नृत्य से प्रभावित थे।उन्हें पहली बार वर्ष 2012 के आईपीएल सत्र में ‘मुंबई इंडियंस’ द्वारा खरीदा गया था, लेकिन उन्हें शायद ही कभी खेलने का मौका मिला, क्योंकि उन्होंने सचिन तेंदुलकर, रोहित शर्मा, महेला जयवर्धने और कीरोन पोलार्ड की अपेक्षा कम प्रभावित किया था। वह अपने सिग्नेचर शॉट ‘स्वीप शॉट’ के लिए जाने जाते हैं। वह तेज गेंदबाजों के खिलाफ डीप स्क्वायर लेग पर छक्का लगाने का सामर्थ्य रखते हैं।

फटाफट क्रिकेट ने कई ऐसे चेहरों को मौका दिया जिन्होंने कम समय में स्टार बनने में देर नहीं लगाई वैसे ही किसी को अपने खेल , हुनर और परिचय देने का मौका मिले और सफल हो जाए तो फिर उस नाम को सूर्य कुमार यादव कहते है।

आइए अब जानते है सूर्य कुमार यादव ने अभी तक के क्रिकेट करियर में कितने कीर्तिमान हासिल किए है…

63 नंबर की जर्सी पहनने वाले सूर्य कुमार यादव ने साल 2010 में मुंबई की तरफ से घरेलू क्रिकेट में पदार्पण किया।सूर्य कुमार यादव भारतीय घरेलू क्रिकेट, वेस्ट जोन और अंडर-23 भारतीय टीम में इंडिया ब्लू, इंडिया रेड, मुंबई ए, IX टीमों मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के लिए भी खेल चुके हैं।  इसके अलावा, उन्होंने अंडर-23 अंतरराष्ट्रीय जूनियर क्रिकेट में इंडिया ए और इंडिया सी के लिए खेला। घरेलू क्रिकेट यानी रणजी और मुस्ताक अली ट्राफी में अपने शानदार खेल से आईपीएल फ्रेंचाइजी का ध्यान आकर्षित किया। जिसका इनाम उन्हे मिला भी। साल 2013 में आईपीएल के पांचवे सीजन के लिए मुकेश अंबानी की स्वामित्व वाली टीम मुंबई इंडियंस ने सूर्य कुमार यादव को बेस प्राइस 10 लाख में खरीदा था। तब सूर्या ने सिर्फ एक मैच खेला था और टीम ने उन्हे अयोग्य घोषित कर दिया। इसके बाद उन्हें साल 2014 में शाहरुखान खान की कोलकाता नाइट राइडर्स ने खरीदकर टीम में जगह दी। कई साल केकेआर से खेलने के बाद उन्हें फिर साल 2018 में मुंबई इंडियंस ने 3.8 करोड़ की बड़ी बोली लगाकर टीम में शामिल कर लिया। टी 20 में कई शानदार पारियों ने टीम इंडिया के लिए दरवाजे खोल दिए। आखिरकार 14 मार्च 2021 वो दिन आया जब उन्हें टीम इंडिया की नीली जर्सी पहनने का मौका मिला। टी 20 की 85 नंबर कैप सूर्य कुमार यादव को इंग्लैंड के खिलाफ मिली। तब सूर्या का प्रदर्शन ठीक ठाक था। लेकिन चयनकर्ता उन पर भरोसा करना चाहते थे । इसलिए 18 जुलाई 2021 को उन्हे श्री लंका के खिलाफ वनडे क्रिकेट में भी मौका मिल गया। सूर्य कुमार यादव ने लगभग अपने दो सा के करियर में कई शानदार बेखौफ पारियां खेली। टी 20 क्रिकेट में उन्होंने शतक भी ठोक डाला।

सूर्य कुमार यादव ने घरेलू क्रिकेट के 77 मैचों मे 5326 रन बनाए है। अगर सूर्या ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट पर नजर डाले तो उन्होंने अभी तक 13 एकदिवसीय क्रिकेट में 330 रन बनाए है तो वहीं टी 20 क्रिकेट में 31 मैचों मे एक शतक 7 अर्ध शतक की बदौलत 926 रन बनाए है।

दोस्तों सूर्य कुमार यादव को आगामी ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज में चुना गया है। टी 20 का ये धाकड़ बल्लेबाज क्या टेस्ट क्रिकेट में कमाल दिखाएगा।

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