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फर्जी डिग्री से नौकरी लेने वाले नियोजित शिक्षक होंगे गिरफ्तार

Bihari News

जिन नियोजित शिक्षकों ने बिहार में फर्जी डिग्री के सहारे नौकरी ली है उन्हें तत्काल गिरफ्तारी के लिए आदेश जारी कर दिए गये हैं. जिन नियोजित शिक्षकों के खिलाफ फर्जी डिग्री के सहारे नौकरी पाने को लेकर FIR दर्ज किये गये थे वैसे नियोजित शिक्षकों को गिरफ्तार करने का निर्देश निगरानी ब्यूरो ने सभी जिलों को जारी किया है. वहीँ जिन शिक्षकों की डिग्री का सत्यापन अभी तक नहीं किया जा सका है उन शिक्षकों की डिग्री का जल्द से जल्द सत्यापन करने का निर्देश दिया गया है. 2401 ऐसे शिक्षकों की पहचान अभी तक की जा चुकी है जो शिक्षक फर्जी डिग्री के सहारे नौकरी में आये थे. वहीँ 1196 लोगों के खिलाफ अभी तक FIR दर्ज किया जा चूका है. बता दें की साल 2015 से हीं नियोजित शिक्षकों के जांच का सिलसिला जारी है. लेकिन जो लोग इसमें गलत पाए गये हैं उनके खिलाफ क्या एक्शन लिया गया है इस बात की जानकारी अभी तक निगरानी ब्यूरो को नहीं मिली है. दरअसल शिक्षकों के जांच की जिम्मेदारी निगरानी ब्यूरो को हीं मिली थी. जिनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई थी वैसे शिक्षक अभी कहाँ हैं इस बात की जानकारी निगरानी विभाग द्वारा सभी जिला पुलिस से मांगी गयी है. अब तक उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई है इसे लेकर भी निगरानी विभाग ने सवाल खड़े किये हैं.

इस मामले को लेकर आलोक राज जो की निगरानी विभाग के डीजी हैं उन्होंने पुलिस मुख्यालय को पत्र भी लिखा है. सभी जिला पुलिस को निर्देश जारी कर राज्य के पुलिस मुख्यालय से ये अनुरोध किया गया है की फर्जी डिग्री के सहारे नौकरी लेने के आरोपी शिक्षकों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाये. फर्जी सर्टिफिकेट पर बहाल शिक्षकों पर निगरानी विभाग ने जांच कर मुकदमे भी दर्ज करवाए हैं. लेकिन शिक्षकों के फर्जी डिग्री को जांच करने की यह प्रक्रिया अभी तक जारी है. लेकिन अभी तक निगरानी विभाग को इस बात की जानकारी नहीं मिली है की जिन शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी थी वे गिरफ्तार हुए हैं या नहीं. इसलिए तत्काल गिरफ़्तारी शुरू करने का निर्देश निगरानी विभाग ने जारी किया है.

हमने पहले भी इस बात की चर्चा की थी की राज्य में अभी तक 2401 शिक्षकों की डिग्री जाली पाई गयी है और उनके खिलाफ FIR भी दर्ज कराया जा चूका है. फर्जी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जानकारी अब निगरानी विभाग के डीजी इस महीने के आखिरी सप्ताह में समीक्षा बैठक के दौरान लेंगे. बिहार के हर जिले में निगरानी विभाग के जांच में फर्जी डिग्री धारी शिक्षक पाए गये हैं. अभी तक कोई भी ऐसा जिला नहीं मिला जहाँ फर्जी डिग्री धारी शिक्षक ना मिले हों. यदि हम FIR दर्ज की संख्या के लिहाज से शिक्षकों को देखे तो इस मामले में सबसे ज्यादा FIR फर्जी शिक्षकों पर नालंदा में किया गया है. वहीँ 71 शिक्षकों पर FIR गया जिले में हुआ है और 218 शिक्षकों को अभी तक आरोपी बनाया गया है. सारण में देखे तो 170 फर्जी शिक्षक पाए गये हैं. इसके अलावे मुंगेर में 142, बेगुसराय में 136, जहानाबाद में 124, सुपौल में 104, अरवल में 87, बांका में 101, पटना में 67, जमुई में 81, समस्तीपुर में 89, रोहतास में 74, पूर्णिया में 70, गोपालगंज में 76 और खगड़िया में 72 फर्जी शिक्षकों की पहचान सामने आई है.

अभी तक तो केवल इतने हीं शिक्षक की पहचान की गयी है दो लाख शिक्षकों की डिग्री की जांच अभी अधूरी हीं है. बता दें की फर्जी शिक्षकों की संख्या में और भी बढ़ोतरी हो सकती है यदि बोर्ड और विश्वविद्यालय से सारी रिपोर्ट सामने आती है तो. जिन शिक्षकों की डिग्री फर्जी पाई जाती है उन्हें तत्काल सेवा से हटाने का आदेश राज्य सरकार पहले हीं जारी कर चुकी है. इसलिए फर्जी प्रमाण पत्र पाए जाने पर शिक्षा विभाग के आदेश के अनुसार इन सभी शिक्षकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया जायेगा. वैसे शिक्षक जो इस मामले में बर्खास्त किये गये थे उनके तरफ से कोर्ट में याचिका भी दायर किया गया है और अभी इससे सम्बंधित कुछ मामले कोर्ट में चल रहे हैं.

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