विश्व क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी किसी पहचान का मोहताज नहीं है। रांची से ताल्लुकात रखने वाले महेंद्र सिंह धोनी विश्व के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से एक हैं और इस खिलाड़ी ने अपने शांत स्वभाव और जबरदस्त दिमाग की बदौलत विपक्षी टीमों के धागे खोलें हैं। इस खिलाड़ी के नाम सैकड़ों उपलब्धियां दर्ज हैं और इन्हीं उपलब्धियों ने इन्हें क्रिकेट का दिग्गज बना दिया है।
सोमवार की रात, यानी कि 29 मई, चेन्नई सुपर किंग्स के सामने आई पी एल 2023 के फाइनल में गुजरात टाइटंस की टीम थी। वर्षा बाधित मुकाबले में गुजरात की टीम ने निर्धारित 20 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 214 रन बनाए। बारिश की वजह से डकवर्थ लुईस के आधार पर चेन्नई को 15 ओवर में 171 रन का लक्ष्य मिला। मैच अंतिम गेंद तक गया और चेन्नई ने बेहतरीन जीत दर्ज की। लेकिन क्या आप जानते हैं महेंद्र सिंह धोनी ने इस जीत के साथ एक बार फिर अपनी महानता का प्रदर्शन बहुत ही सरलता से किया।
दरअसल हुआ कुछ यूं था कि नरेंद्र मोदी स्टेडियम में महेंद्र सिंह धोनी और चेन्नई सुपर किंग्स के प्रशंसक खचाखच भरे हुए थे। अहमदाबाद में यह स्टेडियम गुजरात का होम ग्राउंड है लेकिन इसके बावजूद भी सैकड़ों की तादाद में क्रिकेट प्रशंसक धोनी और चेन्नई को सपोर्ट कर रहे थे। मैच की दूसरी पारी के 13th ओवर में मोहित शर्मा ने चौथी गेंद पर अंबाती रायडू को पवेलियन की राह दिखा दी। लेकिन रायडू के आउट होने के बावजूद भी चेन्नई के फैन खुशी से झूम उठे और चारों तरफ हंगामा शुरू हो गया। यह शोर-शराबा किसी और को नहीं बल्कि महेंद्र सिंह धोनी को खेलते हुए देखने के लिए था। हर किसी को उम्मीद थी कि आज एक बार फिर माही छक्का लगाकर चेन्नई सुपर किंग्स को जीत दिला देगा लेकिन इसके विपरीत ही कुछ हो गया। एम एस धोनी मोहित शर्मा की अगली गेंद पर बिना रन बनाए ही आउट हो गए। उनके आउट होते ही पूरे स्टेडियम में मायूसी छा गई और कई सीएसके फैन रोते हुए दिखाई दे रहे थे।
मैच का पासा एक बार फिर पलट गया और अंतिम ओवर में चेन्नई को जीत के लिए 13 रन की दरकार थी। शिवम दुबे और रविंद्र जडेजा ने पहली 4 गेंदों में मात्र 3 रन बनाए और सभी लोग गुजरात की जीत सुनिश्चित मान बैठे थे। हार्दिक पांड्या भी बाउंड्री लाइन पर मुस्कुरा रहे थे और चेन्नई को अंतिम दो गेंदों पर जीत के लिए 10 रन की दरकार थी।
डगआउट में बैठे महेंद्र सिंह धोनी ऐसे समय में भी सभी से विपरीत अपने पैर निकालकर मैच की तरफ ध्यान नहीं दे रहे थे। उनके जेहन में शायद कुछ और ही चल रहा था और उनके चेहरे पर कोई भी भाव नहीं था। सोचने वाली बात है कि भला ऐसे समय में कौन सा खिलाड़ी मैच छोड़कर शांति से बैठा रहेगा? लेकिन धोनी सबसे अलग है। आपको बता दें 5 मई के ऊपर रविंद्र जडेजा ने बेहतरीन छक्का लगाया और अंतिम गेंद पर अब चेन्नई को 4 रन की दरकार थी। एम एस धोनी बेहद ही सहजता के साथ आंखें बंद कर बैठे हुए थे और अंतिम गेंद पर रविंद्र जडेजा ने बेहतरीन चौका लगा दिया। इधर सीएसके चैंपियन बन चुकी थी और सब ही खिलाड़ी मैदान में उत्सुकता से भाग रहे थे लेकिन धोनी बहुत ही सरलता के साथ डगआउट में खड़े रहे।
रविंद्र जडेजा मैच जिताने के बाद अपने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को नहीं भूले और भागते हुए सीधे धोनी के पास रुके। महेंद्र सिंह धोनी ने जडेजा को गले से लगा लिया और अपनी गोद में उठाकर हवा में लहरा दिया। धोनी की आंखों में शायद पहली बार आंसू देखने को मिले और कुछ समय तक रविंद्र जडेजा के गले लगे रहे। करोड़ों लोगों ने उस मोमेंट को अपने कैमरे में हमेशा के लिए संजोकर रख लिया। एम एस धोनी और रविंद्र जडेजा की यह फोटो जोरदार तरीके से वायरल हो रही है और जडेजा ने भी अपनी प्रोफाइल फोटो पर यह फोटो लगाई है।
मैच के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने एक और आईपीएल सीजन खेलने का ऐलान कर दिया. यह उनकी तरफ से अपने प्रशंसकों के लिए एक तोहफा था। महेंद्र सिंह धोनी ने टेंशन भरे माहौल में भी अपनी शांत स्वभाव को नहीं छोड़ा और विश्व को दर्शा दिया कि वह क्यों महान खिलाड़ी हैं. 💛