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विश्वकप इतिहास में इन खिलाड़ियों के नाम सबसे ज्यादा बार गोल्डन बैट और बॉल जीतने का है रिकॉर्ड

shubham kumar

वनडे विश्व कप शुरू होने में अब कुछ ही घंटो का समय बच गया है, छेयालिस दिन चलने वाले इस विश्व कप में दस टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी, यह टूर्नामेंट दो हजार उन्नीस विश्व कप की तरह राउंड रॉबिन फॉर्मेट में खेला जायेगा, राउंड रॅाबिन में टॉपचार पर रहने वाली टीम सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करेगी, विश्व कप का खिताब अभी तक सबसे ज्यादा आस्ट्रेलिया ने पांच बार जीता है, जबकि भारत और वेस्टइंडीज ने दोदो बार ऐसा किया है, वहीं पाकिस्तान, श्रीलंका और इंग्लैंड ने एकएक बार यह खिताब अपने नाम किया है. विश्व कप टूर्नामेंट के अंत में खिलाड़ियों और टीमों को कई पुरुस्कार दिए जाते हैं, जिन्होंने खेल के विभिन्न पहलुओं में खुद साबित किया होता है और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया होता है, आइए देखते हैं अब तक किस खिलाड़ी को सबसे ज्यादा अवार्ड मिला है और यह अवार्ड कब से दिया जा रहा है.

मौजूदा समय में टूर्नामेंट के अंत में दिए जाने वाले चार मुख्य पुरुस्कार हैं, इसमें पहला है, गोल्डन बैट का अवार्ड. यह अवार्ड विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी को दिया जाता है, यदि दो खिलाड़ियों ने समान रन बनाया होता है तो दोनों ही खिलाड़ी को गोल्डन बैट दिया जाता है, यह गोल्डन बैट उन्नीस सौ पचहतर के विश्व कप से ही दिया जा रहा है, भारतीय क्रिकेट टीम एकमात्र ऐसी टीम है जिसके खिलाड़ियों ने चार बार गोल्डन बैट जीता है. अगर अब तक मिले गोल्डन बैट की बात की जाए तो उन्नीस सौ पचहतर में न्यूजीलैंड के ग्लेन टर्नर को, उनीस सौ उनासी में वेस्टइंडीज के गार्डन ग्रीनिच को, उन्नीस सौ तिरासी में इंग्लैंड के डेविड गावर को, उन्नीस सौ सतासी में इंग्लैंड के ग्राहम गूच को, उन्नीस सौ बान्वें में न्यूजीलैंड के मार्टिन क्रो को, उन्नीस सौ छेयान्वें में भारत के सचिन तेंदुलकर को, उन्नीस सौ निनान्वें में भारत के राहुल द्रविड़ को, दो हजार तीन में भारत के सचिन तेंदुलकर को, दो हजार सात में आस्ट्रेलिया के मैथ्यू हेडन, दो हजार ग्यारह में श्रीलंका के तिलकरत्ने दिलशान, दो हजार पंद्रह में न्यूजीलैंड के मार्टिन गुप्तिल और दो हजार उन्नीस में रोहित शर्मा को गोल्डन बैट मिल चूका है.

विश्व कप में दिए जाने वाले अगला पुरुस्कार है गोल्डन बॉल का अवार्ड. गोल्डन बॉल पुरस्कार आईसीसी विश्व कप में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज को दिया जाता है, हर एक विश्व कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों की रैंकिंग की जाती है, पहली बार यह पुरस्कार उन्नीस सौ पचहतर के विश्व कप में दिया गया था, यदि समान विकेट लेने वाले एक से अधिक खिलाड़ी हों तो दोनों को गोल्डन बॉल से सम्मानित किया जाता है, ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ियों ने छह बार यह अवॉर्ड जीता है, वहीं भारतीय खिलाड़ियों ने तीन बार, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड ने दोदो बार, इंग्लैंडवेस्टइंडीज और श्रीलंका ने एकएक बार यह खिताब जीता है.

अगर अब तक मिले गोल्डन बॉल की बात की जाए तो, सबसे पहले उन्नीस सौ पचहतर में दो लोगों को मिला था जिसमें एक आस्ट्रेलिया के गैरी गिलमोर और दूसरा वेस्टइंडीज के बर्नार्ड जुलियन को इन दोनों ने ग्यारहग्यारह विकेट लिए थे, उन्नीस सौ उनासी में इंग्लैंड के माइक हेंड्रिक को, उन्नीस सौ तिरासी में भारत के रोजर बिन्नी, उनीस सौ सतासी में आस्ट्रेलिया के क्रेग मैक्डरमोट को, उन्नीस सौ बान्वें में पाकिस्तान के वसीम अकरम को, उन्नीस सौ छेयान्वें में भारत के अनिल कुंबले को, उन्नीस सौ निनान्वें में न्यूजीलैंड के ज्यॅाफ एलॅाट और आस्ट्रेलिया के शेन वार्न को, दो हजार तीन में श्रीलंका के चमिंडा वास, दो हजार सात में आस्ट्रेलिया ग्लेन मैकग्रा, दो हजार ग्यारह में भारत के जहिर खान और पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी, दो हजार पंद्रह में आस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क और न्यूजीलैंड के ट्रेंट बोल्ट को और दो हजार उन्नीस के विश्व कप आस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क को गोल्डन बॉल मिल चूका है.

विश्व कप में अगला महत्वपूर्ण अवार्ड है Player of the Tournament का अवार्ड, यह अवार्ड मुख्यतह उन खिलाड़ियों को दिया जाता है, जिसने बल्लेबाजी के साथसाथ गेंदबाजी और फील्डिंग में भी अहम भूमिका निभाई हो, इसमें यह जरुरी नहीं है कि वह खिलाड़ी विश्व चैंपियन टीम से ही हो, पहली बार यह अवॉर्ड उन्नीस सौ बान्वें में दिया गया था, तब से सात संस्करणों में ऐसा चार बार हुआ है जब विश्व विजेता टीम से Player of the Tournament चुना गया हो, इनमें उन्नीस सौ छेयान्वें में सनथ जयसूर्या, दो हजार सात में ग्लेन मैक्ग्रा, दो हजार ग्यारह में युवराज सिंह और दो हजार पंद्रह में मिचेल स्टार्क शामिल हैं.

अब तक मिले Player of the Tournament की बात की जाए तो सबसे पहले यह उन्नीस सौ बान्वें में न्यूजीलैंड के मार्टिन क्रो को, उन्नीस सौ छेयान्वें में श्रीलंका के सनथ जयसूर्या को, उन्नीस सौ निनान्वें में साउथ अफ्रीका के लांस क्लूजनर को, दो हजार तिन में भारत के सचिन तेंदुलकर को, दो हजार सात में आस्ट्रेलिया के ग्लेन मैकग्रा, दो हजार ग्यारह में भारत के युवराज सिंह, दो हजार पंद्रह में आस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क को और दो हजार उन्नीस में न्यूजीलैंड के केन विलियम्सन को यह अवार्ड मिल चूका है.

विश्व कप में दिए जाना वाला अगला जो अवार्ड है वह फाइनल में man of the match का अवार्ड, विश्व कप फाइनल में अच्छा प्रदर्शन करना हर खिलाड़ी का सपना होता है, उनके प्रदर्शन से अगर टीम फाइनल जीत जाती है और चैंपियन बनती है तो वह प्रदर्शन उस खिलाड़ी के लिए जीवन भर की याद बन जाती है, फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच हमेशा विजेता टीम के खिलाड़ी ही चुने जाते हैं, पहली बार यह अवॉर्ड उन्नीस सौ पचहतर में दिया गया था.

अब तक फाइनल में मिले man of the match की बात की जाए तो, सबसे पहले यह उन्नीस सौ पचहतर में वेस्टइंडीज के क्लाइव लॉयड को, उन्नीस सौ उनासी में वेस्टइंडीज के विवियन रिचर्ड्स को, उन्नीस सौ तिरासी में भारत के मोहिंदर अमरनाथ, उन्नीस सौ सतासी में आस्ट्रेलिया के डेविड बून, उन्नीस सौ बान्वें में पाकिस्तान के वसीम अकरम, उनीस सौ छेयान्वें में श्रीलंका के अरविंद डिसिल्वा को, उन्नीस सौ निनान्वें में आस्ट्रेलिया के शेन वार्न को, दो हजार तीन में आस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग को, दो हजार सात में आस्ट्रेलिया के एडम गिलक्रिस्ट को, दो हजार ग्यारह में भारत के महेंद्र सिंह धोनी को, दो हजार पंद्रह में आस्ट्रेलिया के जेम्स फॉल्कनर को और दो हजार उन्नीस में इंग्लैंड के बेन स्ट्रोक्स को यह अवार्ड मिल चूका है.

आपको क्या लगता है इस बार के विश्व कप में कौनकौन से खिलाड़ी ये चारों अवार्ड जीत सकते हैं, आप कमेंट कर हमें अपना जवाब अवश्य दीजियेगा. धन्यवाद.

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