भारतीय रेलवे यात्रियों को सफ़र की सुविधा के साथ–साथ अन्य और भी कई सुविधाएँ देता है, ताकि यात्री को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो. इन दिए गये सुविधाओं के साथ रेलवे ने यात्रियों के लिए कुछ नियम भी बनाएं हैं, जिसका पालन नहीं करने पर उन्हें जुर्माना देना पड़ सकता है. इसके अलावे जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है. और कुछ मामलों में तो दोनों चीजें यानि जुर्माना और जेल दोनों ही हो सकता है. कई बार हम जाने–अनजाने में भी कुछ ऐसे नियमों का उलंघन भी कर बैठते हैं जिन नियमों की हमे जानकारी नहीं होती. आज हम आपको उन नियमों की जानकारी देने जा रहे जिसका उल्लंघन गलती से भी करने पर यह गलती आप पर भारी पड़ सकती है. तो आइये जानते हैं हम रेलवे के उन नियमों के बारे में.
सबसे पहले हम बात करते हैं ट्रेन में लगे इमरजेंसी अलार्म चेन की. जैसा की इसके नाम से ही प्रतीत हो रहा की ट्रेन में लगा यह इमरजेंसी अलार्म आपातकाल की स्थितियों में प्रयोग करने के लिए मौजूद होता है. लेकिन कई बार ऐसा देखा जाता है की लोग अपने फायदे के अनुसार या मखौल के लिए बेवजह ट्रेन के इमरजेंसी चेन का प्रयोग करते रहते हैं. देखने को यह भी मिलता है की स्टोपेज नहीं होने के बाद भी लोग इसका इस्तेमाल ट्रेन को रोकने के लिए करते हैं. पर शायद वें भूल जाते हैं की इस आपातकाल चेन का प्रयोग कैसी स्थितियों में होता है. आइये तो हम चर्चा करते हैं उन परिस्थितियों की. आपको बताते चलें की इस आपातकाल चेन का प्रयोग ट्रेन में आग लग जाने पर, किसी भी व्यक्ति खास कर दिव्यांग या बूढ़े व्यक्ति जिन्हें चढ़ने में समस्या आ रही और तब तक ट्रेन खुल चुकी है तो ऐसी स्थिति में यात्री आपातकाल चेन का प्रयोग कर सकते हैं. इसके अलावे किसी का बच्चा स्टेशन पर छुट गया है और ट्रेन चल पड़ी है या किसी यात्री की तबियत अधिक ख़राब हो गयी या चोरी हो जाने के स्थिति में भी हम इस आपातकाल चेन का प्रयोग कर सकते हैं.
इस बात की जानकारी उत्तर रेलवे की तरफ से अम्बाला NRDRM के ट्वीट को रिट्वीट कर के दी.. की यदि कोई यात्री बेवजह ट्रेन की चेन खींचता है तो उसे अपराधी मान दंड दिया जा सकता है और भारतीय रेल अथॉरिटी द्वारा सख्त करवाई की जा सकती है और आपको जुर्माना अथवा जेल या कई मामलों में दोनों ही हो सकता है. आपको बता दें की ट्रेन का इमरजेंसी अलार्म चेन खीचने की वजह से वह ट्रेन तो लेट होती ही है साथ ही साथ दुसरे ट्रेनों की टाइमिंग भी बिगड़ सकती है. यात्रीगन इस चेन का गलत उपयोग ना करे इसलिए ऐसे नियम लागु किये गये है.
आगे हम महिला यात्री को मिले कुछ सुविधाओं और उनके हित में बनाये गये कुछ नियमों की भी चर्चा कर लें, जिसकी जानकारी शायद ही लोगो को रहती है. आपने ट्रेनों में अक्सर महिलाओं की बोगी को देखा होगा. आपको बताते चलें की जो बोगी केवल महिलाओं के लिए ही होती है, वहां पुरुष टीटीई महिला रिज़र्व कोच में टिकट की जांच नहीं कर सकते. महिला या पुरुष टीटीई की तैनाती इसलिए की जाती है ताकि बिना टिकट के यात्रा करने वाले लोगों को रोक सके और यात्रा के दौरान कई मामलों में मदद कर सके. यदि यात्री के पास टिकट नहीं पाया जाता है तो टीटीई यात्री पर जुर्माना लगा कर उचित कार्यवाई करते है. वहीँ ट्रेन के हर बोगी में जाकर टीटीई टिकट की जांच करते है. लेकिन आपको बता दें की महिला आरक्षित बोगी में पुरुष टीटीई को जाने का अधिकार नहीं होता. महिलाओं के रिज़र्व बोगी में केवल महिला टिकट कलेक्टरों और परीक्षकों को ही टिकट जांच करने का अधिकार होता है. उम्मीद करते हैं रेलवे से सम्बंधित ये जानकारी और नियम आपको महत्वपूर्ण लगे होंगे.