कहा जाता है कि अगर आप किसी देश के डेवलपमेंट को देखना चाहते है तो , वहन के सड़को को देख कर पता लगा सकते है कि वह देश कितना डेवलप्ड देश है. अगर यातायात की बात करे तो, आज के आधुनिक समय में यातायात के कई विकल्प हम सभी के सामने मौजूद है. आज सड़क पर नए जमाने की कारे, हवा में उड़ते जहाज, पानी पर चलते जहाज, पटरी पर दौड़ी ट्रेन सभी चीजें देखने को मिलती है. यातायात की सुबिधा से आज हम कहीं भी कुछ भी भेज सकते हैं. लेकिन क्या आपने सोचा है कि जो ट्रेने पटरी पर चलती है अगर वो पानी के अन्दर चलने लगे तो, वो देखना या उस ट्रेन से सफर करना कितना रोमांचक भरा होगा. ये सोच कर ही हमारे मन में पानी के अन्दर चलते हुए ट्रेन की दृश्य बननी चालू हो जाती हैं. तो हम आपको बता दे कि जल्द ही एक नई ट्रांसपोर्ट टेक्नोलॉजी आने वाली है. जिसके बाद आप ट्रेन को पानी के अन्दर दौड़ते हुए भी देख सकते हैं. अगर यह ट्रांसपोर्ट टेक्नोलॉजी सफल हो जाती है तो इससे कई देशों को लाभ मिल सकता हैं. पानी के नादर ट्रेन को चलाना ट्रांसपोर्ट टेक्नोलॉजी के लिए एक बड़ी पहल है . पानी के अन्दर सफर करने की ये बात थोड़ी चौकाने वाली है लेकिन यह बात बिकुल सच है.आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इस पहल की शुरुआत UAE के द्वारा की गयी है. एक अल्ट्रा हाई स्पीड अंडर वाटर रेलवे बनाने कि. बता दे कि UAE के द्वारा यह ट्रैक फुजुरा बंदरगाह से मुंबई के बीच बिछाया जायेगा. इस ट्रैक की लम्बाई 2000 किलोमीटर से भी कम होगी. इस 2000 किलोमीटर के ट्रैक को अंडर वाटर सुपर हाई स्पीड बुलेट ट्रेन महज 2 से 3 घंटो में पूरा कर सकेगी. इस परियोजना से न केवल लोगों को लाभ मिलेगा बल्कि इसके साथ ही UAE और भारत के बीच व्यपार में भी वृद्धि होगी. जिसमे सबसे ज्यादा इम्पोर्ट एक्सपोर्ट के बिज़नेस को बढ़ाया जा सकता है.

वहीं लोगों का यह भी कहना है कि समुन्द्र के नादर ट्रेनों के लिए मार्ग बनाना आसन नही है. क्योंकि समुन्द्र में सुनामी जैसी आपदा आते रहती है. या वहीं अगर किसी प्रकार की दुर्घटना घटित होती है तो उस स्थिति में लोगों का बचाव कैसे किया जायेगा. इस तरह के न जाने कितने सवाल हमारे मन में आता है. इन सभी बातों को लेकर एक्सपर्ट का कहना है कि भारत और UAE इन दोनों देश बीच-बीच में पानी के ऊपर अपने चेक पॉइंट बना सकते है , जिससे अगर किसी प्रकार की घटना घटित होती है तो जल्द से जल्द ट्रेन के पास मदद पहुंचाया जा सके. इसके साथ ही दोनों देश यह भी कर सकते है कि वह इस समुंद्री मार्ग की शुरुआत पहले केवल माल की ढुलाई के लिए इस्तेमाल करे और जब कुछ सालों के बाद इस यातायात में किसी प्रकार की परेशानी या किसी प्रकार की कोई घटना के घटित होने की बात सामने न आये तो इस रास्ते की शुरुआत लोगों के लिए भी कर दिया जाए. बता दे कि अगर यह प्रोजेक्ट कामयाब साबित होता है तो भारत को सीधे दुबई से तेल पहुँचाया जा सकता है वहीं दुबई को भी भारत से सीधे पानी पहुँचाया जा सकता है. इसके अलावा भी भारत मुंबई से अहमदाबाद के बीच भी अंडर वाटर रेलवे नेटल बनाने की तैयारी कर रहा है.बता दे कि मुंबई से अहमदाबाद के बीच बनाया जाने वाला 508 किलोमीटर का लम्बा रेलवे कोरिडोर समुंद्र के अन्दर 21 किलोमीटर लम्बी सुरंग के द्वारा बनाया जायेगा. मिली जानकारी के अनुसार इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में 97000 कारोड़ रुपये खर्च होंगे. जिसमें जापान , भारत की मदद करेगा. वहीं इस अंडर वाटर टर्मिनल का निर्माण 2023 तक पूरा कर लिया जायेगा. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि आज के समय में चीन, जापान, कनाडा जैसे बड़े बड़े देशों अंडर वाटर प्रोजेक्ट तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में अगर भारत भी इसी रचे में तेजी से काम करता है तो भविष्य में वह सबसे पहला ताकतवर देश बन कर सामने आ सकता है.

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *