skip to content

यशस्वी ने किया भावुक पोस्ट लिखा मेहनत का फल मिलता है

Bihari News

भारत और वेस्टइंडीज के बीच में दो टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट मैच समाप्त हो चुका है. पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम ने जबरदस्त जीत दर्ज की है. पहले टेस्ट मैच में यशस्वी जायसवाल ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया. बता दें कि यशस्वी का यह डेब्यू मैच था जिसमें उन्होंने पहले शतक जमाया और उसके बाद आगे बल्लेबाजी करते हुए 171 रन तक आंकड़ा पहुंचा दिया. यशस्वी जायसवाल डेब्यू मैच में 171 की पारी खेली थी. यशस्वी जायसवाल की इस पारी के ही बदौलत भारत की टीम पहली पारी में 400 से ज्यादा रन बना पाई थी. हालांकि यशस्वी के साथ कप्तान रोहित ने भी खुब साथ दिया और उन्होंने भी शतकीय पारी खेली थी. इस दौरान यशस्वी की बल्लेबाजी की खुब तारीफ हुई थी.

वो कहते हैं न कि पूत के पांव पहलने में दिख जाते हैं. यशस्वी को लेकर भी यही कहा जा रहा था कि यह खिलाड़ी भारतीय टीम के साथ जब जुड़ेगा तो कमाल ही कमाल करेगा. यशस्वी का जलवा घरेलू क्रिकेट में भी देखने को मिला था जिसके बाद उन्हें आईपीएल में खेलने को मिला. यशस्वी ने आईपीएल में कमाल कि बल्लेबाजी की. हालांकि यशस्वी की टीम आईपीएल में आखिरी चार में नहीं पहुंच पाई लेकिन यशस्वी की खुब तारीफ हुई थी. इसी का नतीजा है कि उन्हें भारत और वेस्टइंडीज के बीच में खेले जा रहे मुकाबले में उनका चयन हुआ. और पहले ही टेस्ट मैच की पहली ही पारी में उन्होंने कमाल कर दिखाया.

टेस्ट डेब्यू मैच में शतक जमाने के बाद यशस्वी जायसवाल ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है. यह वीडिया वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच का है. इस वीडियो में यशस्वी डेब्यू टेस्ट मैच में शतक जड़ने के बाद खास अंदाज में सेलिब्रेट करते हुए नजर आ रहे हैं. वीडियो के साथ यशस्वी ने कैप्शन लिखा है कि अपने सपनों पर भरोसा रखना चाहिए, क्योंकि वह एक दिन जरूर पूरे होते हैं. मुझे यकीन है और मैंने भरोसा रखा और डेब्यू में सेंचुरी जड़ दी. यशस्वी की बल्लेबाजी की खूब तारीफ हुई थी. इस दौरान वे भले ही दोहरा शतक लगाने से चुक गए लेकिन उनकी बेजोड़ तारीफ हुई थी.

उत्तर प्रदेश के रहने वाले यशस्वी जायसवाल का क्रिकेट का सफर मुंबई से शुरू हुआ था. उन्होंने अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा मुंबई में गुजारा था. जहां उन्होंने क्रिकेट सीखने के लिए क्रिकेट में आगे बढ़ने के लिए कई बड़े संघर्ष किये हैं. उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों में जिस स्टेडियम में वे खेलते थे उसमें ही गोलगप्पे तक बेचे हैं ताकी उनका भरन पोषण हो सके. इतनी गरीबी से गुजरने वाला यह खिलाड़ी जब भारतीय टीम में पहुंचता है और अपने डेब्यू मुकाबले में ही जब शतक बना

देता है तो हर कोई इस खिलाड़ी के खेल से प्रभावित होता है. यशस्वी आने वाले दिनों में गांव के उन खिला़ड़ियों के मॉडल बनने वाले हैं जिन्हें देखकर ये खिलाड़ी भविष्य में क्रिकेटर बनने का सपना देख सकेंगे. महेंद्र सिंह धोनी में भी यह करके दिखाया है कि वह छोटे से शहर के होने के बाद भी भारतीय टीम का हिस्सा बन सकते हैं. सौरभ गांगुली विश्वकपयशस्वी जायसवाल को हमारी टीम की तरफ से ढेरों शुभकामनाएं.

Leave a Comment