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टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 400 विकेट चटकाने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज, जिसने अपने पूरे करियर में किया 2533 बल्लेबाजों का शिकार 

Bihari News

वह गेंदबाज जिसने सबसे पहले टेस्ट में चटकाए 400 विकेट, पूरे करियर में किया 2533 बल्लेबाजों का शिकार

टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 400 विकेट चटकाने वाले दुनिया के पहले गेंदबाज

टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा 5 विकेट हॉल और 10 विकेट हॉल करने वाले तेज गेंदबाज

जिसने अपने पूरे क्रिकेट करियर में 2500 से ज्यादा बल्लेबाजों का किया शिकार

गेंद के अलावा जो बल्ले से भी करता था कमाल, सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरों में होती है गिनती

टेस्ट क्रिकेट में 99, 199 और 299 पर आउट होने वाले इकलौते खिलाड़ी

संजय मांजरेकर, पूर्व भारतीय क्रिकेटर

संजय मांजरेकर कहते हैं वो एक कम्पलीट फ़ास्ट बॉलर थे, वो 1987 का वो फर्स्ट क्लास सीरीज याद करते हैं. मांजरेकर वेस्ट जोन की तरफ से खेल रहे थे, राजकोट का फ्लैट पिच, जहां गेंदबाजों के लिए कुछ भी नहीं था, हेडली ने 9 विकेट चटकाए थे. दरअसल हेडली का 400वां शिकार मांजरेकर ही थे और मांजरेकर उस क्षण को याद करते हैं. वो कहते हैं, ‘जब मैं आउट हुआ, मै अपनी दुनिया में था, निराश और हताश लेकिन तब मैंने देखा हमारे कोच बिशन सिंह बेदी फूलों का एक बुके लेकर ग्राउंड पर जा रहे थे. मुझे लगा ये हो क्या रहा है. बिशन सिंह बेदी हेडली को बधाई दे रहे थे. मुझे अपने विकेट का दुःख तो था ही लेकिन उस दिन मैंने हेडली की महानता को देखा था. एलेन डोनल्ड हेडली को न्यूजीलैंड के फ़ास्ट बोलिंग का रोल्स रोयस कहते हैं. डोनल्ड कहते हैं अभी तक जितना देखा है हेडली दुनिया के सबसे खतरनाक गेंदबाज हैं. जोफ्री बॉयकोट कहते हैं हेडली के गति और सटीकता ने कई बार मुश्किलों में डाला.

क्रिकेट इतिहास में ऐसे गिने-चुने खिलाड़ी हुए, जिन्होंने अकेले अपने दम पर टीम की तस्वीर और तकदीर बदल दी. इस लेख में बात ऐसे ही एक खिलाड़ी की होगी, जिसकी गिनती क्रिकेट इतिहास के महान ऑलराउंडरों में होती है, और जो दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में से एक है. आज के अंक में बात होगी उस खिलाड़ी की, जिसने अपने पूरे क्रिकेट करियर में 2500 से अधिक बल्लेबाजों का शिकार किया. आज बात होगी महान सर रिचर्ड हेडली के बारे में. आज हम न्यूजीलैंड के पूर्व महान ऑलराउंडर सर रिचर्ड हेडली के जीवन से जुड़ी कुछ जानी-अनजानी और अनकही बातों को जानने की कोशिश करेंगे.

क्रिकेट इतिहास में सबसे पहले 400 विकेट हासिल करने वाले रिचर्ड हेडली का जन्म न्यूजीलैंड के सेंट एल्बंस में 3 जुलाई, 1951 में हुआ था. 1971/72 सीजन में Canterbury के लिए फर्स्ट क्लास डेब्यू और 1973 में न्यूजीलैंड के लिए डेब्यू करने वाले हेडली को दोनों बार अपनी पहली गेंद पर बाउंड्री पड़ी थी. टेस्ट लेवल पर कई सालों तक inconsistent परफॉरमेंस के बाद आखिरकार वो दिन भी आया जब हेडली को उनका ब्रेकथ्रू मिला. 1976 में भारत के खिलाफ एक टेस्ट मुकाबले में हेडली ने 11 विकेट लेकर टीम में अपना स्थान पक्का कर लिया. फिर 1978 में हेडली के बलबूते न्यूजीलैंड की टीम ने इंग्लैंड पर ऐतिहासिक जीत दर्ज की. टेस्ट मैच की दूसरी पारी में इंग्लैंड को जीत के लिए 137 रनों का लक्ष्य मिला था लेकिन हेडली की खतरनाक गेंदबाजी के सामने टीम 64 रनों पर ढेर हो गई. हेडली ने 26 रन देकर 6 विकेट चटकाए थे.


फिर 1979/80 में वेस्टइंडीज की टीम ने न्यूजीलैंड का दौरा किया था, तब वेस्टइंडीज की टीम विश्व की सबसे मजबूत टीम थी. हेडली ने पहले टेस्ट में कुल 11 विकेट लिए, जिससे न्यूजीलैंड ने 1 विकेट से जीत दर्ज की थी और दूसरे टेस्ट में हेडली ने अपने करियर का पहला टेस्ट शतक जड़ दिया. हेडली के शतकीय पारी की बदौलत मैच ड्रा हुआ और न्यूजीलैंड ने 1-0 से सीरीज अपने नाम किया.
अब हेडली की गिनती बतौर ऑलराउंडर होने लगी थी. 1983 में इंग्लैंड दौरे पर भले ही कीवी टीम को हार मिली लेकिन हेडली गेंद और बल्ले दोनों से छाए रहे. इस दौरान ही न्यूजीलैंड ने पहली बार इंग्लैंड की जमीन पर कोई टेस्ट मैच जीती थी. 1984 में जब इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड का दौरा किया, हेडली ने एक विशेष उपलब्धि हासिल की थी. इसी टेस्ट सीरीज के दौरान ही हेडली ICC टेस्ट बोलिंग रैंकिंग में नंबर-1 बने थे और अगले 4 सालों तक वो टॉप पर ही बने रहे थे. उस टेस्ट सीरीज के एक मैच में हेडली ने 8 विकेट चटकाए थे और 99 रनों की तूफानी पारी खेली थी.

1985/86 ये वो दौर था, जब रिचर्ड हेडली बेहतरीन तेज गेंदबाज से एक महान तेज गेंदबाज बनने की ओर अग्रसर हुए थे. हेडली के बेहतरीन ऑलराउंड प्रदर्शन के कारण न्यूजीलैंड ने पहली बार ऑस्ट्रेलियाई धरती पर कोई टेस्ट सीरीज जीती थी. हेडली ने खेले गए 3 टेस्ट मैचों की सीरीज में कुल 33 विकेट चटकाए थे. इसी सीरीज के दौरान हेडली ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलेन बॉर्डर को एलबीडबल्यू कर टेस्ट क्रिकेट में अपने 300 विकेट पूरे किए थे. 1986 में हेडली ने एक बार अपने शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन से अपनी टीम को पहली बार इंग्लैंड के खिलाफ उनके घर में टेस्ट सीरीज जितवाया. नॉटिंघम में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में हेडली ने 10 विकेट लेने के अलावा 68 रन बनाए थे. इसी टेस्ट के दौरान हेडली ने अपने तीखे बाउंसर से इंग्लैंड के विकेटकीपर Bruce French को हॉस्पिटलाइज्द कर दिया था. मार्च, 1987 में वेस्टइंडीज के खिलाफ क्राइस्टचर्च में खेले गए टेस्ट मैच से पहले हेडली और टीम के कप्तान Jeremy Coney के बीच किसी बात को लेकर एकमत नहीं हो पाया था, दोनों मैदान पर एकदूसरे से बात नहीं कर रहे थे ऐसे में जॉन राईट दोनों के बीच संदेश का आदान-प्रदान करते थे.

1987 के अप्रैल महीने में न्यूजीलैंड ने श्रीलंका का दौरा किया था, जिसमें पहले टेस्ट में हेडली ने अपने टेस्ट करियर का दूसरा शतक ठोका था, उनके 151 की नाबाद पारी ने मैच जरुर बचाया था लेकिन उस दौरे को बीच में ही रद्द करना पड़ा था. कोलंबो में जिस होटल में कीवी टीम ठहरी थी, उससे कुछ ही दूरी पर एक बोम ब्लास्ट हुआ, जिसमें करीब 113 लोगों की जानें गईं. इसके बाद दौरे को बीच में ही छोड़कर न्यूजीलैंड की टीम स्वदेश लौट गई.

1987/88 ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान हेडली ने अपना 374वां विकेट लेकर इअन बोथम के वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ा था. फिर 1988 में न्यूजीलैंड को भारत का दौरा करना था लेकिन हेडली ने तय किया था कि वो भारत दौरे पर कभी नहीं जाएंगे. इसके पीछे एक वजह थी. दरअसल, जब न्यूजीलैंड ने 1976 में भारत का दौरा किया था तब हेडली को पेट की तकलीफ हो गई थी और तब उन्होंने तय किया था कि वो फिर कभी भारत दौरे पर नहीं जाएंगे लेकिन हेडली गए और दूसरे टेस्ट में 10 विकेट हॉल लेकर न्यूजीलैंड की जीत की कहानी लिखी. हालांकि वो सीरीज न्यूजीलैंड ने 1-2 से गंवाई थी.

फिर जब 1989/90 सीजन में भारत ने न्यूजीलैंड का दौरा किया, तब हेडली ने क्राइस्टचर्च में पहले टेस्ट की दूसरी पारी में संजय मांजरेकर को आउट कर इतिहास रच दिया. उन्होंने अपने 400 विकेट पूरे किए और ऐसा करने वाले वो विश्व के पहले गेंदबाज बने.
एक पारी में अपना 100वां फर्स्ट क्लास 5 विकेट-हॉल लेकर वेलिंगटन में ऑस्ट्रेलिया पर एक और टेस्ट जीत में न्यूजीलैंड की मदद करने के तुरंत बाद, हैडली ने घोषणा की कि वह इंग्लैंड के आगामी दौरे के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह देंगे.

हैडली, एक प्रभावशाली क्रिकेटर अपने पूरे करियर में डेनिस लिली थे, जिन्हें उन्होंने तेज गेंदबाज के उदाहरण के रूप में देखा. हेडली कहते हैं, “वह बड़ा, मजबूत, फिट, आत्मविश्वासी, आक्रामक था, उसके पास अद्भुत कौशल, शानदार तकनीक थी, उसने अपनी उपस्थिति से बल्लेबाजों को डराया था और निश्चित रूप से उसने आपको आउट कर दिया था !” वहीं दूसरी तरफ लिली हेडली को सर्वश्रेष्ठ मानते थे. हेडली की खास बात ये थी कि एक उम्दा तेज गेंदबाज होने के साथ-साथ वो एक बेहतरीन बल्लेबाज भी थे और शायद इसलिए उनकी गिनती क्रिकेट इतिहास के महानतम ऑलराउंडरों में होती है.
क्रिकेट से संन्यास के बावजूद हेडली ने खुद को क्रिकेट से दूर नहीं रखा. अगस्त, 1990 में रिटायरमेंट के बाद हेडली ने सर रिचर्ड हेडली स्पोर्ट्स ट्रस्ट की स्थापना की, जिसमें वो पुरुष और महिला क्रिकेटरों को तराशते थे.

रिचर्ड हेडली ने अपना आखिरी टेस्ट मैच 1990 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था. अपने आखिरी टेस्ट में हेडली ने दूसरी पारी में 5 विकेट चटकाए थे. हेडली टेस्ट क्रिकेट में 400 विकेट और 3000 से ज्यादा रन बनाने वाले केवल चौथे क्रिकेटर हैं. हेडली के अलावा इस कारनामे को कपिल देव, शौन पोलक, और शेन वार्न ने किया है.
सर रिचर्ड हेडली ने अपने पूरे करियर में 2500 से ज्यादा विकेट लेने का कारनामा किया. टेस्ट में 431, वनडे में 158 तो वहीं फर्स्ट क्लास में उनके नाम 1490 विकेट दर्ज हैं. इसके अलावा लिस्ट ए में उन्होंने कुल 454 विकेट हासिल किए हैं. यानी अपनी घातक गेंदबाजी से हेडली ने कुल 2533 बल्लेबाजों का शिकार किया है.

सर रिचर्ड हेडली न्यूजीलैंड की ओर से टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. हेडली ने अपने 86 टेस्ट मैचों के इंटरनेशनल करियर में 431 विकेट हासिल किए, इसके अलावा वनडे में उन्होंने 158 विकेट चटकाए. अपने पूरे करियर में हेडली ने कुल 102 बार 5 विकेट हॉल हासिल किया ,जो कि एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है. वनडे इंटरनेशनल में हेडली पहले ऐसे क्रिकेटर हैं, जिन्होंने 100 विकेट और 1000 रन पूरे किए थे.

काउंटी क्रिकेट में हेडली ने 3 दफा एक ही मैच में शतक और 5 विकेट हॉल लेने का कमाल किया है. सर रिचर्ड हेडली ने जहां अपनी गेंदबाजी से कमाल किया वहीं दूसरी तरफ बल्लेबाजी में भी अहम किरदार निभाया. हेडली ने 86 टेस्ट मैचों में 3124 रन बनाए, जिसमें 2 शतक और 15 अर्धशतक शामिल रहा. भले ही टेस्ट में सबसे सफल गेंदबाज शेन वार्न और मुरलीधरन हैं लेकिन हैडली ने अपने 86 टेस्ट मैच के करियर में 36 मौकों पर 5 विकेट हॉल लेने का कमाल किया है तो वहीं 9 बार एक टेस्ट में 10 विकेट हॉल करने का अनोखा कारनामा कर दिखाया है. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में हैडली सबसे ज्यादा 5 विकेट हॉल और 10 विकेट हॉल करने वाले तेज गेंदबाज हैं.
हेडली के पिता वॉल्टर हेडली ने न्यूजीलैंड के लिए 11 टेस्ट मैच खेले. वहीं पत्नी केरेन हेडली ने भी कीवी टीम का प्रतिनिधित्व किया. रिचर्ड हैडली कुल पांच भाई थे जिनमें से बैरी हैडली और डेरल हैडली ने भी न्यूजीलैंड की टीम का हिस्सा रहे.

अपने रिटायरमेंट के 6 महीनों बाद हेडली ने पाया कि उन्हें Wolff-Parkinson-white syndrome है, जिस वजह से जुलाई 1991 में उनकी हार्ट सर्जरी हुई. जून,2018 में हैडली को आंत्र कैंसर का पता चला, जिसके बाद ट्यूमर हटाने की सर्जरी की गई. हेडली उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से हैं, जिन्हें ICC हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया.

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