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सहारा इंडिया का डायरेक्टर गिरफ्तार, 92 हजार लोगों का पैसा लेकर था फरार

Bihari News

सहारा इंडिया में गरीबों के पैसे को लेकर खबरें मीडिया की सुर्खियां बनती रही है. ऐसे में मध्यप्रदेश पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है जिसमें यह बताया जा रहा है कि सहारा इंडिया के डायरेक्टर को मुरैना पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बता दें कि सहारा इंडिया के डायरेक्टर के खिलाफ सिटी कोतवाली के साथ ही मध्यप्रदेश के कई थानों में मुकदमा दर्ज है. ऐसे में मुरैना पुलिस ने पिछले दिनों कंपनी के डायरेक्टर को दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए पांच दिन की रिमांड पर रखा गया है.

आइए अब बात करते हैं आखिर कैसे पकड़ा गया सहारा का डायरेक्ट करुणेश अवस्थी. दरअसल मुरैना एसपी के निर्देश पर सिटी कोतवाली थाना के प्रभारी योगेंद सिंह जादौन के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई. इस टीम ने सहारा के डायरेक्ट की पड़ताल करते हुए लखनऊ पहुंच गई. हालांकि करुणेश अवस्थी को इस बात की भनक लग गई थी कि मुरैना पुलिस लखनऊ में उसे खोज रही है. वह पुलिस को चमका देते हुए लखनऊ से दिल्ली पहुंच गई. लेकिन मुरैना पुलिस ने लखनऊ पुलिस की मदद लेते हुए करुणेश अवस्थी का लोकेशन ट्रैश किया. जिसके बात उसकी गिरफ्तारी दिल्ली एयरपोर्ट से की गई. अवस्थी अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए अपने पास स्मार्ट फोन नहीं रखता था. उसके पास किपैड वाला फोन है. जिससे की लोकेशन आसानी से ट्रैश न हो सके. हालांकि उत्तर प्रदेश पुलिस लंबे समय से करुणेश अवस्थी पर नजर बनाई हुई थी.

आपको बता दें कि सहारा इंडिया ने मुरैना के लोगों से यह कहा कि हम आपके पैसे 8 साल में दोगुना कर देंगे. जिसके पास पूरे जिले से 92 हजार से ज्यादा लोगों ने करीब 220 करोड़ रुपये कंपनी के पास जमा कर दिये. इस जमाकर्ता में ज्यादातर गरीब लोग हैं जिन्होंने अपने भविष्य का ख्याल रखते हुए यह पैसा जमा किया था. लेकिन जब इन पैसे की मैच्यूरिटी समाप्त हो गई तो उसके बाद कंपनी पैसे लौटाने का नाम ही नहीं ले रही है. ऐसे में मुरैना जिले के परसा, कैलारस, सबलगढ़ और मुरैना शहर के थानों में 16 अपराधिक मुकदमें दर्ज किये गए हैं. इतना ही नहीं सहारा इंडिया के अधिकारी पर गिरफ्तारी वारंट भी जारी है. जिसके बाद करुणेश अवस्थी को नई दिल्ली एयरपोर्ट से क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया है. हालांकि इस दौरान अवस्थी यह कहता रहा कि हमें गृहमंत्री और डीजीपी से बात करवाइए लेकिन उसके इस बहाने का असर क्राइम ब्रांच के अधिकारियों पर नहीं पड़ा और उसे मुरैना पुलिस को सौंप दिया गया. जिसके बाद पांच दिन के रिमांड पर उन्हें भेज दिया गया है.

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